Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने संवेदनशील निर्णय लेते हुए खरीफ सीजन में बाढ़ और ओलावृष्टि से प्रभावित 21 जिलों के किसानों को राहत देने का बड़ा कदम उठाया है।

33 प्रतिशत या उससे अधिक फसल खराबे वाले 5897 गांवों को अभावग्रस्त घोषित किया गया है। इस फैसले के तहत इन गांवों के किसानों को एसडीआरएफ (स्टेट डिजास्टर रिस्पॉन्स फंड) से कृषि आदान अनुदान वितरित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री के इस फैसले से प्रभावित किसानों को आर्थिक मदद और मानसिक संबल मिलेगा। अब आपदा प्रबंधन और सहायता विभाग इस संबंध में अधिसूचना जारी करेगा।
गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर लिया निर्णय
मुख्यमंत्री ने मानसून वर्ष 2024 (संवत 2081) में बाढ़ और ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान के आकलन के लिए गिरदावरी के निर्देश दिए थे। जिला कलेक्टरों से प्राप्त नियमित गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर यह निर्णय लिया गया।
जिलों और गांवों की सूची
फसल खराबे के आधार पर जिन जिलों के गांव अभावग्रस्त घोषित किए गए हैं:
- बूंदी: 486 गांव
- नागौर: 67 गांव
- धौलपुर: 58 गांव
- झालावाड़: 61 गांव
- सवाई माधोपुर: 2 गांव
- बारां: 1 गांव
- अजमेर: 592 गांव
- भरतपुर: 418 गांव
- कोटा: 345 गांव
- टोंक: 865 गांव
- बीकानेर: 45 गांव
- बांसवाड़ा: 817 गांव
- बालोतरा: 10 गांव
- फलौदी: 207 गांव
- पाली: 155 गांव
- हनुमानगढ़: 49 गांव
- डीग: 258 गांव
- जोधपुर: 262 गांव
- ब्यावर: 626 गांव
- भीलवाड़ा: 564 गांव
- श्रीगंगानगर: 2 गांव (33% से अधिक नुकसान वाले व्यक्तिगत कृषकों के लिए विशेष अनुमति)।
किसानों को राहत
इन गांवों के किसानों को एसडीआरएफ के नियमों के तहत कृषि आदान अनुदान का वितरण किया जाएगा। श्रीगंगानगर के 2 गांवों में 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान वाले व्यक्तिगत किसानों को भी यह अनुदान मिलेगा।
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