Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा खुद युवा है और युवाओं के सपनों को साकार करने में पिछले दो साल में उन्होंने अपनी ओर से कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी है पिछली कांग्रेस पार्टी के शासनकाल के दौरान दो दर्जन सरकारी भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होने की वजह से प्रदेश के युवाओं की नौकरियां नहीं लग पाई। लेकिन पिछले 2 साल में प्रदेश के सरकारी क्षेत्र में करीब 100000 युवाओं की नौकरियां विभिन्न क्षेत्रों में लग चुकी हैं और करीब डेढ़ लाख सरकारी नौकरियां प्रक्रिया में चल रही हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हर साल 100000 सरकारी नौकरी देने का वादा किया था इस तरह से पूरे 5 साल में 5 लाख सरकारी नौकरी देने के वादे को वे पूरी गंभीरता से निभा रहे हैं।

इसके अलावा मुख्यमंत्री शर्मा निजी क्षेत्र की कंपनियों को भी प्रदेश के युवाओं को ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने के बाबत नियमित तौर पर प्रभाव बनाए हुए हैं इसलिए स्किल डेवलपमेंट और अन्य तरीकों से भी निजी क्षेत्र में पिछले 2 साल में बड़ी संख्या में युवाओं को रोजगार मिला है। यही वजह है कि पिछली कांग्रेस पार्टी की सरकार में खून के आंसू रोने वाले युवाओं के चेहरों पर अब चमक आ गई है और बेरोजगार युवा दुगने उत्साह से कंपटीशन एग्जाम की तैयारी भी कर तैयारी भी कर रहा है। क्योंकि पिछले 2 साल में एक भी भर्ती परीक्षा का पेपर लीक नहीं हुआ इसलिए प्रदेश के युवाओं में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा नए हीरो मुख्यमंत्री के रूप में स्थापित होते जा रहे हैं। राज्य सरकार ने दो वर्षों में भर्ती परीक्षाओं के आयोजन को पारदर्शी बनाने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर गठित एसआईटी की सक्रिय भूमिका ने भर्ती परीक्षाओं में होने वाली गड़बड़ियों पर न केवल प्रभावी अंकुश लगाया बल्कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई कर परीक्षा प्रणाली के प्रति युवाओं के विश्वास को भी बढ़ाया है। आज प्रदेश की भर्ती परीक्षा प्रणाली पूर्ण रूप से सुरक्षित बन रही है। अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस एटीएस एवं एसओजी विशाल बंसल ने बताया कि एसआईटी के गठन के बाद से राजस्थान लोक सेवा आयोग राजस्थान अधीनस्थ कर्मचारी चयन बोर्ड और अन्य भर्ती बोडौँ द्वारा 6 नवंबर 2025 तक कुल 296 छोटी- बड़ी परीक्षाएं सफलतापूर्वक आयोजित की गई और एक भी पेपर लीक नहीं हुआ। इसके अतिरिक्त केंद्र सरकार की अनेक भर्ती परीक्षाएं तथा विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा आयोजित परीक्षाएं भी बिना किसी अनियमितता के सुचारू रूप से संपन्न हुईं।

एसआईटी की सक्रियता से परीक्षा प्रणाली हुई सुरक्षित

वर्तमान सरकार के कार्यकाल में भर्ती प्रणाली में विश्वसनीयता लौटी है। इसमें एसआईटी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। एसआईटी की सक्रियता से पूरे तंत्र में अभूतपूर्व बदलाव आया है। परीक्षा लीक गिरोहों और नकल माफिया के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई कर एसआईटी ने परीक्षा प्रणाली को सुरक्षित बनाया है। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार ने पेपरलीक के मामलों की त्वरित जांच और दोषियों पर कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए 16 दिसंबर 2023 को एसआईटी का गठन किया था। एसआईटी के गठन के पश्चात डमी अभ्यर्थियों फर्जी डिग्री और भर्ती परीक्षा संबंधी अन्य अनियमितता के संबंध में पुलिस थाना एसओजी ने 6 नवंबर 2025 तक कुल 138 एफआईआर दर्ज की हैं। इन सभी प्रकरणों में अब तक कुल 394 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है जो संगठित अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति को दर्शाता है।

हाई-प्रोफाइल मामलों में निर्णायक कार्रवाई

एडीजी बंसल ने बताया कि एसआईटी ने बड़े और हाई-प्रोफाइल मामलों में भी निर्णायक कार्रवाई की है। एसआई भर्ती परीक्षा-2021 में गड़बड़ी करने के आरोप में आरपीएससी के एक निलम्बित सदस्य और एक पूर्व सदस्य को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में कुल 132 आरोपी गिरफ्तार किए गए जिनमें 61 प्रशिक्षणरत उप निरीक्षक और 6 चयनित उपनिरीक्षक सहित 67 उप निरीक्षक शामिल हैं। इसके अलावा जेल प्रहरी भर्ती परीक्षा 2018 में पेपर लीक के मुख्य आरोपी टीसीएस कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर जगजीत सिंह को भी गिरफ्तार किया गया है। युवाओं को सरकारी नौकरियों का इंतजार नहीं करना पड़े, इसके लिए आरपीएससी और आरएसएसबी द्वारा परीक्षाओं का विस्तृत कैलेंडर जारी किया जा रहा है। इससे युवाओं को बड़ी राहत मिली है। अब वे परीक्षाओं की योजनाबद्ध तैयारी कर सकते है।

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