Rajasthan News: राजस्थान की सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना में अब तक का सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। सरकार द्वारा बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों की मदद के लिए चलाई जा रही इस योजना का दुरुपयोग कर प्रदेशभर में 5.66 लाख से अधिक लोग अनुचित रूप से पेंशन का लाभ उठा रहे हैं। इनमें कई युवा खुद को वृद्ध बताकर पेंशन ले रहे हैं, तो कई मृतकों के नाम पर वर्षों तक पेंशन खाते में आती रही।

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, जयपुर ने अब सभी जिलों के उप निदेशकों को पत्र जारी कर ऐसे मामलों की वसूली (रिकवरी) के निर्देश दिए हैं। विभाग स्तर पर रिकवरी प्रक्रिया तेज कर दी गई है।
पुनर्विवाह के बावजूद विधवा पेंशन, मृतकों के नाम पर चलती रही रकम
जांच में सामने आया है कि 3.37 लाख से अधिक मामले ऐसे हैं, जहां मृत्यु के बावजूद परिजनों ने पेंशन ली या विधवाओं ने पुनर्विवाह के बाद भी लाभ उठाया। केवल चित्तौड़गढ़ जिले में ऐसे 14,265 मामलों में 18.12 करोड़ रुपये की रिकवरी होनी है, जिसमें से अब तक मात्र 1.20 करोड़ रुपये की ही वसूली हो सकी है।
कम उम्र वाले 99,677 लोग ‘बुजुर्ग’ बनकर लेते रहे पेंशन
सिस्टम में बड़ी चूक का एक और उदाहरण है 99,677 ऐसे युवा जिनकी उम्र वृद्धावस्था पेंशन के लिए तय न्यूनतम सीमा (महिला – 55 वर्ष, पुरुष – 58 वर्ष) से कम थी, लेकिन उन्होंने फर्जी उम्र बताकर सरकारी सहायता उठाई। अकेले चित्तौड़गढ़ जिले में 3,164 लोग ऐसे निकले जिनकी आयु 40 से 45 वर्ष के बीच थी।
सबसे अधिक फर्जी मामले इन जिलों में
- भीलवाड़ा – 5,469
- चित्तौड़गढ़ – 3,164
- डूंगरपुर – 4,243
- नागौर – 3,354
- प्रतापगढ़ – 3,580
झुंझुनूं, अलवर, जोधपुर, करौली और बीकानेर में भी बड़ी संख्या में फर्जी लाभार्थी मिले हैं।
‘जनआधार’ से खुला घोटाले का भंडाफोड़
इस घोटाले का पर्दाफाश तब हुआ जब हाल ही में पेंशन लाभार्थियों का डेटा आधार और जनआधार से जोड़ा गया। पहले केवल कागजी प्रपत्रों के आधार पर पेंशन स्वीकृत हो जाती थी, जिससे फर्जीवाड़ा आसान था। लेकिन डिजिटल वेरिफिकेशन के बाद व्यापक अनियमितताएं उजागर हुईं।
कौन होते हैं पेंशन के पात्र?
- राजस्थान का मूल निवासी
- सालाना पारिवारिक आय ₹48,000 से अधिक न हो
- महिला की उम्र कम से कम 55 वर्ष और पुरुष की उम्र 58 वर्ष हो
- 40% से अधिक दिव्यांगता हो
राज्य सरकार के अनुसार, वर्ष 2025-26 में 90 लाख से अधिक पात्र लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन दी गई है।
पढ़ें ये खबरें
- नेताजी ने 2012 में एक कच्चे आम को पका हुआ आम समझने की भूल की थी… सीएम योगी पर कसे गए तंज का केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश को दिया करार जवाब
- यदि कोई व्यक्ति अलग रहता है, तो घरेलू हिंसा का मामला उचित नहीं : दिल्ली हाईकोर्ट
- मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की फिसली जुबान: बोले- ‘वीडी शर्मा जिंदाबाद, हेमंत खंडेलवाल मुर्दाबाद’, फिर पत्रकारों को दी धमकी- ‘डिलीट कर देना नहीं तो मैं ठीक कर दूंगा’, देखें Video
- Sanju Samson की हुई बल्ले-बल्ले, बने सबसे महंगे खिलाड़ी, इस टीम ने खर्च कर दिया आधे से ज्यादा पर्स
- पेड़ के नीचे मृत अवस्था में मिला तेंदुआः करेंट लगने से मौत की आशंका, मौके पर पहुंचा वन अमला