Rajasthan News: भारतीय संसद में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले जनप्रतिनिधियों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से दिए जाने वाले संसद रत्न पुरस्कार 2025 की घोषणा कर दी गई है। इस वर्ष ‘ओवरऑल कैटेगरी’ में राज्यसभा सांसद और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ को उनके उत्कृष्ट और प्रभावशाली संसदीय कार्य के लिए इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। यह पुरस्कार प्राइम प्वाइंट फाउंडेशन द्वारा प्रदान किया जाता है।

15वां संस्करण, 17 सांसद और 2 समितियां होंगी सम्मानित

संसद रत्न पुरस्कार के 15वें संस्करण में देशभर के 17 सांसदों और 2 संसदीय स्थायी समितियों को चयनित किया गया है। पुरस्कार समिति की अध्यक्षता कर रहीं प्रियदर्शनी राहुल और फाउंडेशन के संस्थापक प्राइम पॉइंट श्रीनिवासन ने बताया कि यह समारोह जुलाई 2025 के अंतिम सप्ताह में नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा, जिसमें देश के प्रमुख सांसद, नीति निर्माता, सामाजिक प्रतिनिधि और मीडिया संस्थान शामिल होंगे।

हंसराज अहिर की अध्यक्षता में हुआ चयन

मदन राठौड़ के चयन की प्रक्रिया एक प्रतिष्ठित जूरी द्वारा की गई, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री हंसराज अहिर ने की। यह चयन 18वीं लोकसभा की पहली बैठक से लेकर बजट सत्र 2025 (भाग-द्वितीय) तक के उनके संसद में प्रदर्शन पर आधारित रहा और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और तथ्य-आधारित रही।

सम्मानित होने वाले अन्य प्रमुख सांसद

सम्मान पाने वालों में ओडिशा से भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब, केरल से आरएसपी सांसद एन.के. प्रेमचंद्रन, महाराष्ट्र से सुप्रिया सुले (एनसीपी), श्रीरंग बार्ने (शिवसेना), स्मिता वाघ (भाजपा), अरविंद सावंत और नरेश म्हस्के (शिवसेना), कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़, उत्तर प्रदेश से भाजपा सांसद प्रवीण पटेल, रविंद्र शुक्ला, झारखंड से डॉ. निशिकांत दुबे और विद्युत महतो, राजस्थान से पी.पी. चौधरी, तमिलनाडु से डीएमके सांसद सीएन अन्नादुरई और असम से दिलीप सैकिया शामिल हैं।

दो संसदीय समितियों को भी मिलेगा सम्मान

वित्त संबंधी स्थायी समिति (अध्यक्ष भर्तृहरि महताब) और कृषि संबंधी स्थायी समिति (अध्यक्ष डॉ. चरणजीत सिंह चन्नी) को भी संसद में प्रस्तुत उनकी रिपोर्टों और प्रभावी कार्यों के लिए पुरस्कार से नवाजा जाएगा।

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