उदयपुर. शहर पुलिस ने कुख्यात अपराधी दिलीप नाथ गिरोह के गुर्गे नारायणदास वैष्णव को गिरफ्तार किया है। वह पुलिस से बचने के लिए महिला की वेशभूषा में छिप रहा था। वह लम्बे समय से फरार था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 10 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था। उस पर जमीन मालिक को धमकाकर 35 लाख रुपए ऐंठने का आरोप है।

एसपी योगेश गोयल ने बताया कि नाई थाने के हिस्ट्रीशीटर व हार्डकोर दिलीप नाथ व उसके साथियों ने षड्यंत्र रचकर सुखेर थाना क्षेत्र में पीडित को जबरन घर के बाहर से उठाकर जान से मारने की धमकी दी। तहसील बडगांव ले जाकर जमीन का एग्रीमेंट कराते हुए जान से मारने की धमकी देकर 35 लाख 50 हजार रुपए ऐंठ लिए थे। इस पर सुखेर थाना पुलिस ने पहले हार्डकोर अपराधी दिलीप नाथ, नरेश वैष्णव, नरेश पालीवाल व विष्णु पालीवाल गिरफ्तार किया था। नारायणदास वैष्णव फरार था, जिस पर 10 लाख का इनाम घोषित किया। हिस्ट्रीशीटर नारायणदास पुलिस से छिपने के लिए महिला की वेशभूषा में घूम रहा था। नारायण दास दिलीप नाथ के फर्जी दस्तावेज के आधार पर फर्जी पासपोर्ट बनवाने के मामले में कोतवाली पटना बिहार में वांछित है।

9 बदमाश भी नामजद

पुलिस ने निलम्बित कांस्टेबल वीरेन्द्र सिंह, अम्बामाता निवासी गजेन्द्र चौधरी, कालारोही निवासी देवेन्द्र गायरी उर्फ डेविड, ब्राह्मणों का गुडा अम्बेरी निवासी शंकर सिंह, मेहरों का गुडा निवासी पिंटू कलाल, कमल दया, हेमराज डांगी, लाखन खटीक व अन्य को नामजद किया है। पुलिस ने गजेन्द्र चौधरी, देवेन्द्र गायरी, हेमराज डांगी, कमल दया पर 2-2 हजार, लाखन खटीक व पिंटू कलाल पर 5-5 हजार का इनाम भी घोषित किया है।