Rajasthan News: राजस्थान में DRDO की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया है। 32 वर्षीय महेंद्र प्रसाद, जो चंदन फील्ड फायरिंग रेंज के अंदर स्थित अति-गोपनीय DRDO गेस्ट हाउस का मैनेजर था, पर पाकिस्तानी जासूस होने का आरोप है। राजस्थान पुलिस ने उसे एक हफ्ते की संयुक्त पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर दो दिन की रिमांड पर लिया है।

कॉन्ट्रैक्ट पर भर्ती, पांच साल से गेस्ट हाउस मैनेजर

महेंद्र प्रसाद पिछले पांच साल से एमआर एंटरप्राइजेज नाम की कंपनी के तहत कॉन्ट्रैक्ट पर यहां काम कर रहा था। गेस्ट हाउस में भारत के शीर्ष रक्षा वैज्ञानिक और संवेदनशील परियोजनाओं पर काम करने वाले अधिकारी ठहरते हैं। आश्चर्य की बात है कि इस उच्च-सुरक्षा वाले परिसर के प्रबंधन का जिम्मा एक बाहरी व्यक्ति को दिया गया।

संवेदनशील ईमेल और व्यक्तिगत जानकारी तक पहुंच

महेंद्र के पास आने वाले मेहमानों की सूची, उनके पद, मोबाइल नंबर और यात्रा अवधि जैसी संवेदनशील जानकारियों वाले ईमेल और पत्रों तक पहुंच थी। आरोप है कि उसने यह जानकारी, यहां तक कि पूरे ईमेल, व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान में अपने आका जिसे वह ‘कर्नल’ कहता था उसे भेजी।

हथियार परीक्षण से जुड़ी अहम सूचनाएं लीक करने का शक

चंदन और पोखरण में नए हथियारों व मिसाइल प्रणालियों के अहम परीक्षण होते हैं। सूत्रों का मानना है कि महेंद्र ने पिनाका रॉकेट सिस्टम जैसे प्रोजेक्ट की जानकारी भी लीक की होगी, जिसका परीक्षण 2022 में पोखरण में हुआ था। उसके पास से बरामद दो मोबाइल फोनों की FSL रिपोर्ट में 3-4 दिनों तक लगातार पाकिस्तानी संपर्क के साक्ष्य मिले हैं।

पैसे के लेन-देन की जांच जारी

एजेंसियां अभी यह पता लगाने में जुटी हैं कि क्या उसे इसके लिए नकद भुगतान किया गया। पैसे का स्रोत फिलहाल अज्ञात है, लेकिन माना जा रहा है कि यह जासूसी गतिविधियों का हिस्सा हो सकता है।

ऑपरेशन सिंदूर के समय भी मौजूद

महेंद्र ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भी गेस्ट हाउस में तैनात था, जिससे यह गिरफ्तारी खुफिया एजेंसियों के लिए और भी गंभीर बन जाती है। अगर जांच में साबित होता है कि उसने वैज्ञानिकों के फोन नंबर और व्यक्तिगत विवरण दुश्मन देश को दिए, तो इससे उनकी सुरक्षा और मिशनों की गोपनीयता पर गंभीर खतरा उत्पन्न हो सकता है।

पढ़ें ये खबरें