Rajasthan News: कांग्रेस शासित जोधपुर नगर निगम उत्तर की बजट बैठक मंगलवार को शुरू होते ही स्थगित कर दी गई। इससे पहले ही बजट की प्रति सदन में वितरित कर दी गई थी। बैठक के दौरान, पार्षद निधि के 25-25 लाख रुपये के टेंडर जारी न होने पर नाराज कांग्रेस पार्षदों ने जोरदार विरोध किया, जिसके कारण बैठक को टाल दिया गया। अब 13 फरवरी को संशोधित बजट पेश किया जाएगा।

महापौर कुंति देवड़ा का बयान

महापौर कुंति देवड़ा ने बैठक स्थगित करने के पीछे पार्षद निधि के टेंडर जारी न होने को मुख्य कारण बताया। उन्होंने कहा, हम एक साल से पार्षदों के हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। जब उन्हें बजट ही नहीं मिलेगा तो विकास कार्य कैसे होंगे? इसलिए बैठक स्थगित कर दी गई। दो दिन बाद संशोधित बजट के साथ बैठक करेंगे।

विधायक अतुल भंसाली का विरोध

बैठक में मौजूद शहर विधायक अतुल भंसाली ने कहा कि जब बजट की प्रति सदन में रखी जा चुकी है, तो इसका अनुमोदन हो चुका है और बैठक स्थगित नहीं की जा सकती। हालांकि, कांग्रेस पार्षदों के विरोध और हंगामे के कारण बैठक टाल दी गई।

आयुक्त को 24 घंटे का अल्टीमेटम

बैठक स्थगित होने के बाद, पार्षदों ने नगर निगम आयुक्त सिद्धार्थ पालानीचामी से मुलाकात की और पार्षद निधि के टेंडर जल्द जारी करने की मांग की। महापौर कुंति देवड़ा ने आयुक्त को 24 घंटे के भीतर टेंडर प्रक्रिया शुरू करने का निर्देश दिया।
इस पर आयुक्त ने कहा, फंड की उपलब्धता के अनुसार मंजूरी दी जाती है। कुछ प्रशासनिक और वित्तीय मुद्दे हैं, जिन पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।

बैठक के बाद भाजपा-कांग्रेस में नारेबाजी

बैठक स्थगित होने के बाद, भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों के बीच विरोध-प्रदर्शन और नारेबाजी हुई। कांग्रेस पार्षदों ने “पर्ची सरकार मुर्दाबाद” के नारे लगाए, जबकि भाजपा पार्षदों ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ नारेबाजी की।

बुधवार को भाजपा शासित जोधपुर नगर निगम दक्षिण का बजट महापौर वनिता सेठ द्वारा पेश किया जाएगा। दक्षिण निगम की राजस्व आय अधिक होने के कारण वहां पार्षदों के 25-25 लाख रुपये के टेंडर पहले ही जारी किए जा चुके हैं।

यह पहली बार है जब जोधपुर नगर निगम उत्तर की बजट बैठक को स्थगित किया गया है। अब सभी की नजरें 13 फरवरी की बैठक पर हैं, जहां संशोधित बजट पेश किया जाएगा।

पढ़ें ये खबरें