Rajasthan News: राजस्थान के जोधपुर जिले में बाल विवाह कराने के एक मामले में बासनी थाना पुलिस ने सख्त कार्रवाई करते हुए दोनों नाबालिगों के माता-पिता और किशोरी के एक परिजन सहित कुल पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई सोमवार को की गई।
थानाधिकारी नितिन दवे के अनुसार, 14 अप्रैल की सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि एक बाल विवाह होने जा रहा है। मौके पर पहुंचे प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने लड़के और लड़की के परिजनों को बाल विवाह न करने की सख्त चेतावनी दी थी। जांच में सामने आया कि लड़के की उम्र लगभग 17 वर्ष और लड़की की उम्र 15 वर्ष है।

पुलिस की चेतावनी के बावजूद कराई शादी
पुलिस द्वारा पाबंद करने के बावजूद परिजनों ने नियमों की अवहेलना करते हुए लूणी थाना क्षेत्र के एक मंदिर में गुपचुप तरीके से बाल विवाह सम्पन्न करवा दिया। इस विवाह की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, जिसके बाद एक गैर-सरकारी संस्था ‘मेरी भावना सेवा संस्थान’ की ओर से आधिकारिक शिकायत दर्ज करवाई गई।
संस्थान के पदाधिकारी पवन मिश्रा ने बताया कि विवाह की तस्वीरें सोशल मीडिया पर प्रसारित होने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि पुलिस चेतावनी के बावजूद विवाह संपन्न किया गया। इसके बाद पुलिस ने मामले में संज्ञान लेते हुए लड़के-लड़की के माता-पिता और किशोरी के मामा को गिरफ्तार कर लिया।
मंदिर में 20 किलोमीटर दूर रचाई गई शादी
जांच में खुलासा हुआ कि परिजनों ने करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित एक मंदिर में सीमित परिजनों की मौजूदगी में विवाह की रस्में पूरी कीं। यह विवाह उस समय हुआ जब प्रशासनिक अधिकारियों की ओर से स्पष्ट रूप से लिखित में विवाह रोकने के लिए परिजनों को पाबंद किया गया था।
बाल कल्याण समिति न्यायपीठ के अध्यक्ष विक्रम सरगरा ने बाल विवाह की सूचना पुलिस को दी थी, जिसके बाद तत्काल मौके पर पहुंचकर कार्यवाही की गई थी।
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