Rajasthan News: राजस्थान के कोटा से हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक कांस्टेबल ने खुद को विधायक का गनमैन बताकर करीब 4 साल तक सैलरी ली। यह मामला तब उजागर हुआ, जब पुलिस ने विधायक से गनमैन के बारे में जानकारी मांगी और उन्होंने इस तरह के किसी गनमैन की नियुक्ति से इनकार कर दिया।
क्या है मामला?
लाडपुरा से बीजेपी विधायक कल्पना देवी की सुरक्षा में तैनात दिखाए गए कांस्टेबल जितेंद्र सिंह सोलंकी ने चार साल से अधिक समय तक ड्यूटी पर गए बिना ही तनख्वाह ली। इस दौरान उसने करीब 27 लाख रुपये का वेतन वसूल लिया। चौंकाने वाली बात यह है कि विधायक को भी इस बात की जानकारी नहीं थी कि उनके लिए कोई गनमैन तैनात है।
कैसे हुआ उजागर ?
मामले का खुलासा तब हुआ, जब पुलिस विभाग ने गनमैन की ड्यूटी से संबंधित जानकारी लेने के लिए कांस्टेबल से संपर्क किया। विभाग ने उसे 2023 में फोन किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। इसके बाद पुलिस ने विधायक कल्पना देवी से पूछताछ की, जिसमें उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके पास इस नाम का कोई गनमैन नहीं है।
पुलिस ने की कार्रवाई
कोटा पुलिस अधीक्षक अमृता दुहन ने बताया कि कांस्टेबल जितेंद्र सिंह को 2019 में लाडपुरा विधायक की सुरक्षा में तैनात किया गया था। उसने न तो ड्यूटी जॉइन की और न ही पुलिस लाइन में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। चार साल तक महकमे को लगा कि वह विधायक की सुरक्षा में तैनात है, जबकि हकीकत में वह ड्यूटी पर कभी नहीं गया।
मामले की जांच के बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया और आगे जांच पूरी होने पर बर्खास्त कर दिया गया।
कैसे हुई विधायक की सुरक्षा में चूक?
अमृता दुहन ने कहा कि विधायक की सुरक्षा में गनमैन की उपस्थिति जरूरी होती है। इसके अलावा, गनमैन को हर साल अपने हथियार का विवरण पुलिस लाइन में देना होता है। जांच में पता चला कि जितेंद्र सिंह ने ऐसा कभी नहीं किया।
क्या कहा विधायक ने?
विधायक कल्पना देवी ने स्पष्ट किया कि उन्हें इस गनमैन के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। जब पुलिस ने उनसे पूछताछ की, तो उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया कि उनकी सुरक्षा में कोई जितेंद्र सिंह नाम का गनमैन तैनात था।