Rajasthan News: शहर के डाकखाना चौराहे पर शुक्रवार रात अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान जिला कलेक्टर श्रीनिधि बीटी के साथ हुई धक्का-मुक्की का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना में पुलिस ने अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि विधायक रोहित बोहरा के चाचा प्रदीप बोहरा सहित सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।

मौके पर हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा

यह घटना उस वक्त हुई जब राजाखेड़ा विधायक रोहित बोहरा की कोठी के सामने प्रशासनिक अमला अतिक्रमण हटाने पहुंचा। रात करीब 12 बजे तक कार्रवाई चलती रही, इसी दौरान कलेक्टर से धक्का-मुक्की की घटना हुई, जिसके बाद हालात तनावपूर्ण हो गए।

पुलिस की तत्परता, फिर नरमी पर उठे सवाल

रात करीब 3:30 बजे पुलिस अधीक्षक सुमित मेहरड़ा भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। विधायक के चाचा प्रदीप बोहरा को पुलिस ने हिरासत में लिया, लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। पुलिस की इस कार्यशैली पर अब सवाल उठने लगे हैं।

राजनीतिक हलचल और बाजार बंद

इस घटनाक्रम के बाद विधायक रोहित बोहरा और बसेड़ी विधायक संजय जाटव अपने समर्थकों के साथ बाजार में उतरे और विरोधस्वरूप बाजार बंद करा दिया। इसके बाद दोनों विधायक समर्थकों समेत निहालगंज थाना पहुंचे और थाने का घेराव किया। दो घंटे तक चली बातचीत के बाद पुलिस ने प्रदीप बोहरा को छोड़ दिया।

तीन गिरफ्तार, वीडियो के आधार पर शिनाख्त जारी

सीओ सिटी मुनेश कुमार मीणा ने बताया कि कलेक्टर के साथ बदसलूकी और अतिक्रमण कार्रवाई में बाधा पहुंचाने के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि चार को शांति भंग की धाराओं में पकड़ा गया है। पुलिस वीडियो फुटेज के आधार पर अन्य आरोपियों की पहचान कर रही है।

सफाई निरीक्षक की शिकायत पर केस दर्ज

इस पूरे मामले में सफाई निरीक्षक नीरज चौधरी की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट में विधायक के चाचा प्रदीप बोहरा सहित पांच नामजद और करीब एक दर्जन अज्ञात लोगों पर राजकार्य में बाधा डालने और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

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