Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि गुलाबी नगरी जयपुर विश्व पटल पर रत्न आभूषणों के लिए विख्यात है। जेम्स ज्वैलरी बिजनेस राज्य की आर्थिक प्रगति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, साथ ही रोजगार सृजन का भी मुख्य साधन हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस उद्योग को बढ़ावा देने तथा उद्यमियों के लिए व्यापार को सुगम बनाने के लिए निरंतर काम कर रही है।

सीएम ने शुक्रवार को ज्वैलरी एसोसिएशन द्वारा सीतापुरा स्थित जेईसीसी में आयोजित जस-2024 के उद्घाटन कार्यक्रम में कहा कि जयपुर में बनाए गए आभूषण अपनी खूबसूरती और शिल्प कौशल के लिए दुनियाभर में पहचाने जाते हैं। इसी वजह से राज्य सरकार द्वारा ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना के तहत जयपुर में रत्न एवं आभूषणों को चिन्हित किया गया है। जिसके तहत राज्य सरकार इस क्षेत्र को और अधिक विकसित बनाने के लिए कार्य करेगी। उन्होंने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 में राजस्थान के कुल निर्यात में रत्न-आभूषणों की हिस्सेदारी 11 हजार 183 करोड़ रुपये की रही है।

जेम्स ज्वैलरी पार्क से लाखों लोगों को मिलेगा रोजगार

मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार ने सोने के आभूषणों की हॉलमार्किंग को अनिवार्य बनाया है। इससे आभूषण उद्योग और मजबूत हुआ है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के साथ मिलकर जेम्स एण्ड ज्वैलरी पार्क स्थापित किया जाएगा, जिससे 1 लाख से अधिक रोजगार सृजित होंगे। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में कारीगरों का प्रशिक्षण, नवीनतम तकनीक एवं शोध में निवेश को बढ़ावा देने की आवश्यकता है, जिससे यह उद्यम अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर नई ऊंचाइयों को छू सकें।

आभूषण उद्योग का हृदय जयपुर

सीएम ने कहा कि जयपुर के कारीगरों द्वारा बनाई गई जेम्स एवं ज्वैलरी को देश-विदेशों में अपनी एक अलग पहचान मिलती है क्योंकि जयपुर आभूषण उद्योग का हृदय है। उन्होंने उद्यमियों से आह्वान किया कि वे इस उद्योग में लगे कारीगरों के आर्थिक सशक्तीकरण के लिए और अधिक कार्य करें। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में आभूषण केवल सौंदर्य की वस्तु ही नहीं हैं बल्कि इसका सांस्कृतिक एवं सामाजिक महत्व भी है। आमजन का जौहरी पर विश्वास रहता है जो पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ता रहता है।

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