Rajasthan News: देवस्थान विभाग मंत्री शकुंतला रावत की अध्यक्षता में शुक्रवार को उद्योग भवन में विभिन्न विषयों पर विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। मंत्री शकुंतला रावत ने बताया कि विभाग द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए तीर्थ यात्रा में नागरिकों की संख्या 20 हजार से बढ़ाकर 40 हजार कर दी गई है जिसमें 4 हजार यात्री हवाई जहाज से तथा 36 हजार यात्रियों को ट्रेन से तीर्थयात्रा के लिए रवाना किया जाएगा।

उन्होंने कहा इस महत्वकांक्षी योजना की शुरुआत अगले महीने जून से  की जाएगी। रेल मार्ग से जाने वाले यात्रियों को 14-15 जून 2023 से व हवाई यात्रा को 22 और 23 जून से शुरू किया जाना प्रस्तावित है।

बैठक में देवस्थान मंदिरों की बनाई गई शॉर्ट फिल्म को पर्दे पर दिखाकर राजस्थान की पहचान बताने वाले मंदिरों की जानकारी दी गई। देवस्थान मंत्री ने इसे घर-घर तक पहुंचाने के लिए अधिक से अधिक लोगों तक जानकारी पहुंचाने का निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि 593 मंदिरों के लिए 593 लाख रुपए आवंटित किए गए हैं जो मुख्यमंत्री के कथन सेवा ही धर्म है को सार्थक करता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान धर्म नगरी के नाम से जाना जाता है जो आज साकार हो रहा है।  मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों की रामेश्वरम, तिरुपति बालाजी जाने की इच्छा को वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा के माध्यम से साकार किया है।

देवस्थान विभाग द्वारा शुरू की गई अति महत्वाकांक्षी नंदन कानन योजना का शुभारंभ 5 जून को पर्यावरण दिवस के अवसर पर किया जाएगा। इसके तहत देवस्थान विभाग के सभी जिलों में जितने भी मंदिर हैं उनमें पेड़ पौधे लगाए जाएंगे। मंत्री ने इन मंदिरों में बड़, पीपल जैसे पौधे लगाने पर मुख्य रूप से जोर दिया ताकि लुप्त होती हुई चिड़ियाओ और पक्षियों की सुरक्षा हो सके साथ ही प्रचुर मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध करवाने वाले पौधों की संख्या में बढ़ोतरी हो सके।

मंत्री ने अधिकारियों को हर मंदिर में तुलसी के पौधे लगाने का भी आदेश दिया वह उसी के साथ मोगरे का पौधा भी लगाने का निर्देश दिया ताकि मंदिरों में पूजा करने के लिए फूलों की कमी ना हो। अलवर में देवस्थान विभाग का मंदिर एक कमरे में चल रहा था जिसे नए कार्यालय में शिफ्ट करने के लिए मंत्री ने देवस्थान कमिश्नर को निर्देश दिए। इसके साथ ही देवस्थान विभाग के नवीन कैलेंडर को लेकर भी बैठक में चर्चा की गई जिसमें मंत्री ने देवस्थान मंदिरों के वार्षिक कैलेंडर छपवाने व इन पर देवस्थान विभाग का लोगो छपवाकर कर तिथि अनुसार कार्यक्रम आयोजित करवाने की बात कही।

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