Rajasthan News: राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर (SI) भर्ती को रद्द करने और राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पुनर्गठन की मांग को लेकर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने गुरुवार को राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े से मुलाकात की। इस दौरान उनके नेतृत्व में 9 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा और भर्ती परीक्षाओं में हो रही गड़बड़ियों पर कड़ा ऐतराज जताया।

पेपर लीक और भर्ती घोटालों पर सीबीआई जांच की मांग

बेनीवाल ने कहा कि SI भर्ती के साथ-साथ RAS 2018 और 2021 परीक्षाओं में भी व्यापक स्तर पर धांधली हुई है, जिनकी CBI से जांच कराई जानी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में पेपर लीक एक उद्योग बन चुका है और इसके पीछे संगठित गिरोह काम कर रहे हैं।

राज्यपाल से मिला सकारात्मक आश्वासन

मीडिया से बातचीत में बेनीवाल ने बताया कि हाल ही में जयपुर में आयोजित 25 मई की युवा आक्रोश रैली के दौरान भी उन्होंने यह मुद्दा प्रमुखता से उठाया था। अब उन्होंने राज्यपाल को पूरे हालात से अवगत कराया है। बेनीवाल के अनुसार, राज्यपाल ने मुख्यमंत्री से बात करने और जरूरत पड़ी तो दिल्ली तक मामला पहुंचाने का भरोसा दिया है।

UPSC जैसी हो RPSC- पुनर्गठन की मांग

बेनीवाल ने आरपीएससी को पूरी तरह पुनर्गठित करने की मांग करते हुए कहा कि जिस तरह UPSC केंद्र स्तर पर पारदर्शी रूप से काम करता है, वैसी ही संरचना राज्य में भी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि मुख्यमंत्री अनुशंसा करें, तो पुनर्गठन की प्रक्रिया राज्यपाल व राष्ट्रपति के माध्यम से शुरू की जा सकती है।

प्रदेश की छवि को नुकसान

बेनीवाल ने कहा कि SI भर्ती और अन्य घोटालों ने राजस्थान को देशभर में शर्मसार किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने युवाओं से झूठे वादे कर वोट बटोरे, लेकिन सत्तारूढ़ होने के डेढ़ साल बाद भी भर्ती घोटालों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। तपती धूप में युवा सड़कों पर हैं और सरकार खामोश है, उन्होंने कहा।

फोन टैपिंग का भी लगाया आरोप

बेनीवाल ने यह गंभीर आरोप भी लगाया कि उनका फोन टैप किया जा रहा है, और सरकार को उनके हर कदम की जानकारी मिल रही है। उन्होंने पेगासस जासूसी कांड का हवाला देते हुए कहा कि अब फेसटाइम और वॉट्सऐप कॉल्स तक को टैप किया जा सकता है।

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