Rajasthan News: जयपुर. विद्याधर नगर थाना पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद थानेदार की पिस्टल छीनकर पुलिस टीम पर फायर करने वाले हिस्ट्रीशीटर को शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई. टीम ने अस्पताल से डिस्चार्ज होते ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.

टीम इसे शनिवार को कोर्ट में पेश करेगी, जबकि उसके साथी सौरभ को कोर्ट में पेश कर चार दिन का रिमाण्ड लिया है. पुलिस अब दोनों को आमने-सामने बैठाकर गैंग के नेटवर्क की जानकारी जुटाएगी. राकेश फिरौती की रकम को क्यूआर कोड भेजकर खाते में लेता था. जब पुलिस ने इस पर शिकंजा कसा तो बाइक चलाकर दो हजार किलोमीटर दूर असम पहुंच गया. इसने सोशल मीडिया प्लेटफार्म से अपराध के तरीके सीखकर रंगदारी का पैसा भी क्यूआर कोड से लेना शुरू किया था. उसने असम में अपनी पहचान छिपाकर फरारी काटी थी.

आरोपी की गूगल हिस्ट्री से पता चला कि फरारी के दौरान पुलिस से बचने के कई तरीके देखे. वह सस्ते मोबाइल में फर्जी सिम डालकर असम में खुद के ठिकाने से करीब 20 किलोमीटर दूर जाकर रंगदारी के लिए इंटरनेट कॉल से व्यापारियों को धमकाकर मोबाइल तोड़कर वहीं फेंक देता था.

कौन है राकेश यादव पुलिस ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर राकेश यादव (32) लिसाड़िया श्रीमाधोपुर नीमकाथाना का रहने वाला है. इसके खिलाफ हत्या, अपहरण, लूट, हत्या के प्रयास और रंगदारी समेत करीब दो दर्जन आपराधिक मामले दर्ज हैं. उसने विद्याधर नगर इलाके में एक करोड़ की रंगदारी के लिए एक ज्वैलर के यहां फायरिंग कराई थी. वह करीब डेढ़ साल से फरार चल रहा था.

इसपर एडीजी क्राइम ने अप्रैल 2024 में 1 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था. पुलिस बुधवार रात उसे असम के डिब्रूगढ़ से पकड़कर ला रही थी. जयपुर में दौलतपुरा के पास बाथरूम करने के लिए गाड़ी रुकवाई तो उसने पुलिसकर्मी से पिस्टल छीन ली और पुलिस टीम पर फायर किया. इस दौरान टीम ने उसके पैर में जवाबी कार्रवाई में गोली मार दी. उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से शुक्रवार को उसे छु‌ट्टी दे दी गई.

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