Rajasthan News: देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में गिने जाने वाले IIT जोधपुर में बड़ा भर्ती घोटाला सामने आया है। आरोप है कि दिसंबर 2019 से अगस्त 2023 के बीच की गई भर्तियों में भारी गड़बड़ियां की गईं। जांच के बाद तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है और कार्यवाहक कुलसचिव अंकुर गुप्ता ने धोखाधड़ी की शिकायत करते हुए जोधपुर के करवड़ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।

भर्ती में पारदर्शिता की खुलकर अनदेखी

FIR के मुताबिक, इन भर्तियों में नियमों की खुलकर अनदेखी की गई। अयोग्य उम्मीदवारों को जानबूझकर चुना गया और योग्य उम्मीदवारों को बाहर कर दिया गया। असिस्टेंट रजिस्ट्रार लक्ष्मण सिंह और प्रशांत भारद्वाज, तथा जूनियर सुपरिटेंडेंट रॉबिन सिंह कांतुरा पर गंभीर आरोप लगे हैं जिनमें धोखाधड़ी, पद का दुरुपयोग और निजी लाभ के लिए पदों का मनमाना इस्तेमाल शामिल है।

तीन जांच रिपोर्टों ने खोली पोल

सिर्फ आंतरिक जांच तक बात नहीं रुकी। तीन अलग-अलग रिपोर्टों सीवीओ (मुख्य सतर्कता अधिकारी) की रिपोर्ट, एफएफसी (फाइनेंशियल फ्रॉड कमेटी) और अन्य विभागीय जांचों में भी स्पष्ट अनियमितताएं पाई गईं। रिपोर्ट में कहा गया कि लिखित परीक्षा तक की प्रक्रिया में नियमों को ताक पर रखा गया।

सबूत भी सौंपे गए, गहरी जांच की मांग

कार्यवाहक कुलसचिव अंकुर गुप्ता ने अपनी रिपोर्ट के साथ कुछ प्राथमिक दस्तावेज और साक्ष्य भी पुलिस को सौंपे हैं। उनका कहना है कि मामले में धोखाधड़ी और अनुचित लाभ की गंभीर आशंका है, इसलिए तथ्यों के आधार पर विस्तृत जांच की जरूरत है।

FSL जांच भी होगी, दोषियों पर गिरेगी गाज

करवड़ थानाधिकारी लेखराज सियाग ने पुष्टि की है कि एफआईआर में शामिल सभी दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है। सबूतों को फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) में भी भेजा जाएगा ताकि उनकी वैधता की पुष्टि की जा सके।

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