Rajasthan News: राजस्थान के झुंझुनूं जिले के चुड़ैला गांव में रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान भारी हंगामा हो गया। मंच तैयार था, ग्रामीण जुट चुके थे, लेकिन जैसे ही कांग्रेस विधायक रीटा चौधरी लोकार्पण के लिए आगे बढ़ीं, प्रशासन ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्हें रोक दिया। कुछ ही मिनटों में माहौल गरमा गया और विधायक की SDM सुमन देवी से तीखी बहस हो गई।

विधायक का आरोप, अपराधी जैसा व्यवहार किया गया

विधायक रीटा चौधरी ने आरोप लगाया कि SDM सुमन देवी ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और प्रोटोकॉल का उल्लंघन करते हुए उन्हें अपमानित किया। उन्होंने कहा, विधायक का प्रोटोकॉल चीफ सेक्रेटरी से ऊपर होता है, लेकिन मेरे साथ ऐसा व्यवहार किया गया जैसे मैं कोई अपराधी हूं। विधायक ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने उनके साथ-साथ महिला सरपंच से धक्का-मुक्की की।

सरपंच ने कहा- राजनीतिक दबाव में रोका गया उद्घाटन

चुड़ैला सरपंच बिमला तिलोटिया ने विधायक का समर्थन करते हुए कहा कि पीएचसी तीन महीने पहले ही विभाग को सौंप दी गई थी। तब किसी ने यह नहीं कहा कि हैंडओवर अधूरा है। अब अचानक उद्घाटन रोकना राजनीतिक दबाव का नतीजा है। उन्होंने कहा भाजपा को हमारे गांव का विकास रास नहीं आ रहा।

प्रशासन की सफाई- हैंडओवर अधूरा, जांच बाकी

उधर, मलसीसर SDM सुमन देवी ने सभी आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि वे सिर्फ विभागीय निर्देशों का पालन कर रही थीं। जब तक भवन का पूरा हैंडओवर और फाइनल जांच नहीं हो जाती, तब तक लोकार्पण संभव नहीं है। यह कोई राजनीतिक निर्णय नहीं है, उन्होंने कहा। सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने भी बताया कि सिविल कार्य पूरा हो गया है, लेकिन इलेक्ट्रिकल इंस्टॉलेशन और उपकरणों की जांच बाकी है, इसलिए स्वास्थ्य सेवाएं शुरू नहीं की जा सकतीं।

गांव में नारेबाजी और रैली से मचा बवाल

जैसे ही विधायक को मंच से रोका गया, समर्थक भड़क उठे। भीड़ ने प्रशासन मुर्दाबाद और भाजपा सरकार हाय-हाय के नारे लगाए। तीन थानों की पुलिस, एएसपी हेमंत सिंह, सीओ रामखिलाड़ी और तहसीलदार मौके पर मौजूद रहे। माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि गांव छावनी में बदल गया।
आखिर में नाराज विधायक ने गांव में करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी रैली निकाली और ग्राम पंचायत भवन में एक साधारण टेबल पर पट्टिका रखकर प्रतीकात्मक उद्घाटन कर दिया।

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