Rajasthan News: राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयकर विभाग की छापेमारी छठे दिन भी जोर-शोर से जारी है। इस बड़े पैमाने पर चल रही कार्रवाई में अब तक 9.5 करोड़ रुपये नकद और 10.5 करोड़ रुपये की कीमत की ज्वेलरी बरामद की गई है। इसके अलावा, कई सौ करोड़ रुपये का माल और महत्वपूर्ण दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं, जो काले धन और अवैध लेन-देन से जुड़े हो सकते हैं। आयकर विभाग ने जयपुर के 28 ठिकानों और कोटा के दो ठिकानों पर एक साथ छापेमारी शुरू की थी।

इस दौरान कई रियल एस्टेट समूहों के नाम सामने आए हैं, जिनमें गोकुल कृपा ग्रुप, हाई फ्लाई रियल एस्टेट, VRB ग्रुप, भूमिका डेवलपर्स, रियासत ग्रुप और किसान ग्रुप शामिल हैं। जांच में इन समूहों के संचालकों और सहयोगियों से जुड़े अहम साक्ष्य मिले हैं। छापेमारी के दौरान आयकर विभाग को एक पान मसाला ग्रुप के अवैध गोदाम का पता चला, जिसमें कई सौ करोड़ रुपये का माल जब्त किया गया।

इस गोदाम का पता GPS डिवाइस की मदद से लगाया गया। इसके साथ ही, एक तिजोरी भी बरामद की गई, जिसे मेटल डिटेक्टर का उपयोग करके फर्श के नीचे से निकाला गया। आयकर विभाग ने इस कार्रवाई में CGST टीम को भी शामिल किया, ताकि गोदाम में मौजूद माल की गहन जांच की जा सके।

क्लाउड सर्वर से मिला लेन-देन का ब्योरा

जांच के दौरान आयकर विभाग को एक क्लाउड सर्वर भी हाथ लगा, जिसमें करोड़ों रुपये के अवैध लेन-देन का विवरण दर्ज है। अब तक की जांच में 12.50 करोड़ रुपये के संदिग्ध लेन-देन का खुलासा हुआ है। अधिकारियों का मानना है कि यह कार्रवाई और गहराई तक जाएगी और आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं। इस छापेमारी में रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े कई बड़े नामों पर आयकर विभाग की नजर है।
जब्त किए गए दस्तावेजों और साक्ष्यों के आधार पर विभाग अब इन समूहों की वित्तीय गतिविधियों की गहन जांच कर रहा है। अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई काले धन और टैक्स चोरी को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

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