Rajasthan News: स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव, नवीन जैन ने कहा कि राजस्थान के 66,000 से अधिक सरकारी विद्यालयों में सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान के प्रथम चरण के तहत विद्यार्थियों में असुरक्षित स्पर्श के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए आगामी 26 अगस्त, 2023 को विशेष प्रशिक्षण सत्रों का आयोजन किया जायेगा। शासन सचिव ने ‘‘सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान‘‘ अभियान के तहत आयोजित होने वाले प्रशिक्षण सत्रों की तैयारी की समीक्षा के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ली गई बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। 

बैठक में शासन सचिव ने विद्यालयों में 26 अगस्त, 2023 को आयोजित होने वाले प्रशिक्षणों के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश प्रदान करते हुए कहा कि प्रत्येक संस्था प्रधान इस प्रशिक्षण के लिए विद्यालय के सबसे बड़े कक्ष का चुनाव करें। विद्यालय में पूर्व प्राथमिक से लेकर 8वीं कक्षा तक के बच्चों की संख्या व चयनित कक्ष की बैठक क्षमता के आधार पर प्रशिक्षण सत्रों की व्यवस्था सुनिश्चित करें। 

स्कूल शिक्षा सचिव ने बताया कि जिला स्तर पर 16 से 22 अगस्त तक राज्य के समस्त विद्यालयों के शिक्षकों को इन प्रशिक्षण सत्रों हेतु प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने जिला स्तरीय अधिकारियों को समस्त सहायक सामग्री यथा-फ्लेक्सी शीट, चार्ट, हैंडआउट के साथ पूरी गंभीरता से प्रशिक्षण आयोजित करने हेतु निर्देशित किया। 

शासन सचिव श्री नवीन जैन ने बताया कि स्पर्श अभियान के वॉलेन्टियर भी इस कार्यक्रम में स्वेच्छा से जुड़ना चाहते हैं। यदि किसी विद्यालय में इन वॉलेन्टियर द्वारा सम्पर्क किया जाता है, तब संस्था प्रधान इनका सहयोग अवश्य ले। 26 अगस्त को आयोजित होने वाले प्रशिक्षण सत्रों व पूर्व तैयारी के सम्बलन हेतु शासन सचिवालय से जारी आदेश द्वारा 50 अधिकारियों को नियुक्त किया गया है।

शासन सचिव ने कहा इस अभियान में बच्चों को ‘गुड टच एवं बैड टच‘ के बारे में प्रशिक्षण देकर अपनी सक्रिय भागीदारी द्वारा ‘‘सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान‘‘ की सफलता में अहम योगदान दें। जिला स्तर पर सभी शिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण लेने के उपरांत इस प्रशिक्षण का पुनः रिविजन करने के लिए शासन सचिव द्वारा 24 अगस्त को ‘‘बात आपकी हमारी‘‘ वेबिनार में प्रशिक्षण सत्र को किस प्रकार बच्चों तक पहुंचाया जाये, पर सारपूर्ण बातचीत की जायेगी। इस वेबिनार का लिंक सभी अधिकारियों को प्रेषित कर दिया गया है। इस लिंक को केवल शिक्षा जगत ही नहीं वरन् आमजन को भी प्रेषित किया जाये, ताकि अभियान का उद्धेश्य प्रदेश के प्रत्येक नागरिक का उद्धेश्य बन जाये।

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