Rajasthan News: जैसलमेर के पूनमनगर गांव में एक दर्दनाक हादसे में स्कूल गेट का पिलर गिरने से एक छात्र की जान चली गई। तेज हवाओं के चलते गेट का पिलर अचानक ढह गया, और छुट्टी के समय अपनी बहन को लेने आए मासूम छात्र की मौके पर ही मौत हो गई। इस घटना ने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।

हादसे के बाद बाड़मेर जिले के शिव से विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पर तीखा हमला बोला। भाटी ने इसे हत्या करार देते हुए कहा, झालावाड़ में कुछ दिन पहले छत गिरने से बच्चों की जान गई और अब जैसलमेर में ये हादसा हुआ। चिताएं अभी ठंडी भी नहीं हुई थीं कि एक और मासूम को इस सिस्टम ने निगल लिया। एक शिक्षक के दोनों पैर चले गए। जब यह सुनते हैं, तो दिल दहल जाता है, पांव कांपने लगते हैं।
भाटी यहीं नहीं रुके। उन्होंने साफ कहा, अगर हालात ऐसे ही रहे तो कौन मां-बाप अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजेगा? यह बच्चा हमारा बच्चा था। अगर उसे न्याय नहीं मिला तो मैं ये लड़ाई सड़क से लेकर विधानसभा तक लड़ूंगा।
शिक्षा मंत्री की सफाई
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि मृतक छात्र उस स्कूल का नहीं था, बल्कि अपनी बहन को लेने आया था। गेट का पिलर गिरा और वह चपेट में आ गया। मंत्री ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को स्कूल भवनों की स्थिति की समीक्षा करने और सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा, बरसात के इस मौसम में अतिरिक्त सावधानी बेहद ज़रूरी है। किसी भी तरह की लापरवाही दोबारा न हो, इसके लिए हम सख्त कदम उठा रहे हैं।
ग्राम विकास अधिकारी सस्पेंड
घटना के बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए पूनमनगर के ग्राम विकास अधिकारी रामचंद्र मेघवाल को सस्पेंड कर दिया है। सम पंचायत समिति के बीडीओ किशन सिंह ने यह जानकारी दी।
पढ़ें ये खबरें
- बिहार चुनाव 2025: मुजफ्फरपुर में गरमाया सियासी माहौल, कांटी से लेकर गायघाट तक रोमांचक मुकाबला
- इस दिवाली PMO को मिल सकता है नया पता, आजादी के बाद पहला स्थानांतरण…
- बिहार चुनाव ब्रेकिंग: बीजेपी ने जारी की उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट, मैथिली ठाकुर को इस विधानसभा से मिला टिकट
- राम मंदिर के शिखर से मिलेगा निर्माण कार्य पूरा होने का संदेश, पीएम मोदी करेंगे ध्वजारोहण, RSS प्रमुख भी रहेंगे मौजूद
- हाईकोर्ट का बड़ा फैसला: पीथमपुर में नहीं दफन होगी जहरीली राख, भोपाल गैस त्रासदी की 899 टन राख के निष्पादन के लिए वैकल्पिक स्थल तलाशने का आदेश