Rajasthan News: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले के भादरा कस्बे में शुक्रवार को डीएपी खाद वितरण के दौरान भारी अव्यवस्था फैल गई। भीड़ बढ़ने पर पुलिस ने किसानों पर लाठीचार्ज किया, जिससे कई किसान घायल हो गए। घटना का वीडियो सामने आने के बाद पूरे इलाके में रोष है।

जानकारी के अनुसार, सहकारी समिति केंद्र पर डीएपी खाद के सीमित स्टॉक के कारण सुबह से ही लंबी कतारें लगी थीं। किसान कई घंटों से इंतजार कर रहे थे। जैसे ही टोकन वितरण शुरू हुआ, आगे निकलने की होड़ मच गई। स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने बल प्रयोग किया और भीड़ पर लाठियां बरसाईं।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने महिलाओं को भी नहीं छोड़ा। कई महिलाएं चौथ का व्रत रखे हुए थीं, जो सुबह चार बजे से भूखी-प्यासी लाइन में खड़ी थीं। महिलाओं ने बताया कि 12-14 घंटे बीतने के बाद भी उन्हें खाद नहीं मिली, उल्टा पुलिस ने उन पर डंडे बरसा दिए।

किसानों का आरोप है कि प्रशासन हर साल डीएपी वितरण के दौरान ऐसी ही अव्यवस्था करता है। उनका कहना है कि अगर व्यवस्था दुरुस्त होती, तो पुलिस को लाठीचार्ज की नौबत ही नहीं आती। कई किसानों के जूते-चप्पल मौके पर ही छूट गए और कुछ घायल किसानों को इलाज के लिए ले जाया गया।

वीडियो सामने आने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस पर तुरंत संज्ञान लिया और जिला कलेक्टर से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने निर्देश दिए हैं कि घटना की पूरी जांच कर जिम्मेदार अधिकारियों और पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की जाए।

इस बीच, अतिरिक्त जिला कलेक्टर संजू पारीक ने बताया कि डीएपी वितरण के दौरान भारी भीड़ के चलते कुछ अव्यवस्था हुई थी, लेकिन अब व्यवस्था बहाल हो चुकी है और किसानों को खाद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आगे वितरण प्रणाली में सुधार किया जाएगा ताकि किसानों को परेशानी न हो।

सीएमओ के निर्देश के बाद जिला कलेक्टर खुशाल यादव और एसपी हरी शंकर मौके पर पहुंचे। उन्होंने किसानों से बातचीत कर हालात का जायजा लिया। किसानों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध जताया और व्यवस्था सुधार की मांग की। कलेक्टर ने कहा कि लाठीचार्ज की जांच की जाएगी और दोषी कार्मिकों पर सख्त कार्रवाई होगी।

फिलहाल प्रशासन ने खाद वितरण केंद्रों पर अतिरिक्त पुलिस और प्रशासनिक अमला तैनात कर दिया है ताकि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रहे।

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