Rajasthan News: जयपुर. विगत एक मार्च-2024 को व्यापारी की आंखों में मिर्ची डालकर 33 लाख रुपयों से भरा बैग छीनकर ले जाने की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया. इस संबंध में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पुलिस उपायुक्त जयपुर उत्तर राशि डोगरा डूडी ने बताया कि पुलिस थाना विधाधरनगर क्षेत्र में गर्व खंडेलवाल के साथ मारपीट कर आंखों में मिर्ची डालकर 33 लाख रूपयों से भरा बैग छीनकर ले जाने की घटना का खुलासा करते हुए चार घंटे में आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है.
उन्होंने बताया कि पुलिस अनुसंधान से ज्ञात हुआ कि परिवादी गर्व खंडेलवाल काफी समय से आशीष पेडीवाल से धनश्री टॉवर में रूपयों का लेनदेन करता आ रहा है. फरार अभियुक्त संदीप सिंह को आशीष पेडीवाल के व्यापार के बारे मे जानकारी थी. संदीप सिंह ने उक्त वारदात को अंजाम देने के लिए आशीष पेडीवाल के कमचारी सुनील महावर से जानकारी कर लूट की राशि में से कुछ रुपए देने का लालच देकर तैयार कर लिया. फरार अभियुक्त संदीप सिंह ने अपने पूर्व परिचित मुलजिमान कर्मवीर मीणा, मनोज कुमार कुमावत, लोकेन्द्र उर्फ लौकी एवं विकास योगी को अपने टिकटॉक कैफे विद्याधरनगर जयपुर पर बुलाया एवं लूटपाट करने के लिए तैयार किया एवं तीनों को विद्याधरनगर जयपुर में आसपास रहने के लिए कहा.
एक मार्च को मुलजिम सुनील महावर ने अभियुक्त संदीप सिंह को आशीष पेडीवाल के पास से पीडित द्वारा रुपए ले जाने की सूचना दी, जिस पर अभियुक्त संदीप सिंह ने अपने गै ग के साथी कर्मवीर मीणा, मनोज कुमार कुमावत एवं फरार अभियुक्त विकास योगी को घटना को अंजाम देने हेतु कहा. संदीप सिंह ने लूट का पूरा प्लान बनाकर अपने साथी अभियुक्तों को अलग-अलग टास्क दिये थे.
गिरफ्तारशुदा कर्मवीर को बैग छिनने का, विकास योगी को पीड़ित की आंखों में मिर्च पाउडर डालने की, मनोज कुमार कुमावत को मोटरसाईकिल चलाने का टॉस्क दिया था. कर्मवीर मीणा, मनोज कुमार कुमावत एव विकास योगी मौके पर आये. विकास योगी ने पीडित की आंखों में मिर्च पाउडर डाला एवं कर्मवीर मीणा ने पीडित से रुपए का बैग छीना. मुलजिम मनोज कुमार कुमावत दोनों को बाद वारदात मोके से मोटरसाईकिल पर बैठाकर फरार हो गया. इसके बाद वह अपने झोटवाडा स्थित कमरे पर लेकर गया जहां पर संदीप सिंह आया और सुनील, संदीप, लोकेन्द्र,
कर्मवीर, विकास व मनोज ने राशि आपस में बांट ली. लूट की राशि का अधिकांश हिस्सा वारदात के मुख्य साजिशकर्ता संदीप ने अपने पास रख लिया.
घटना के बाद आरोपी घर से रूहपोश होकर विभिन्न स्थानों पर अलग अलग नाम बदल कर फरारी काट रहे थे. पुलिस की टीमों ने सुनिल महावर से 3 लाख, मनोज कुमार कुमावत से 2 लाख व कर्मवीर मीणा से 5 लाख यानी कुल 10 लाख भी बरामद किये हैं.
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