Rajasthan News: चित्तौड़गढ़ में खून से राजतिलक की रस्म निभाने के बाद, महाराणा प्रताप के 77वें वंशज विश्वराज सिंह मेवाड़ ने परंपरा अनुसार उदयपुर सिटी पैलेस में स्थित धूणी के दर्शन करने की कोशिश की। लेकिन उनके चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ ने उन्हें सिटी पैलेस के अंदर प्रवेश देने से रोक दिया। इस घटना ने उग्र रूप ले लिया, और सिटी पैलेस के अंदर से पत्थरबाजी शुरू हो गई, जिससे कई लोग घायल हो गए।

प्रशासन ने लिया कड़ा कदम

स्थिति बिगड़ने पर जिला प्रशासन ने सिटी पैलेस और धूणी माता जाने वाले रास्तों को सील कर दिया। साथ ही, सिटी पैलेस के गेट पर रिसीवर नियुक्ति का आदेश चस्पा किया गया। इसमें धूणी वाले स्थान और जनाना महल के रास्तों की कुर्की की जानकारी दी गई।

विश्वराज सिंह की शांति की अपील

इस घटनाक्रम के बाद, विश्वराज सिंह ने अपने समर्थकों से शांतिपूर्ण विरोध करने की अपील की। उन्होंने कहा, “प्रशासन ने दर्शन का आश्वासन दिया है। हम कोई कानून नहीं तोड़ेंगे। पत्थरबाजी करने वालों पर कार्रवाई होगी, और FIR दर्ज की जाएगी।” इसके बाद, समर्थक वहां से लौट गए।

संपत्ति विवाद का मूल कारण

सिटी पैलेस और एकलिंगजी मंदिर, दोनों संपत्तियां मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन और मंदिर ट्रस्ट के अंतर्गत आती हैं। अरविंद सिंह मेवाड़ इन ट्रस्टों के प्रमुख हैं और उन्होंने विश्वराज सिंह को ट्रस्ट का सदस्य मानने से इनकार कर दिया। ट्रस्ट द्वारा पहले ही यह घोषणा की गई थी कि अनधिकृत व्यक्तियों को सिटी पैलेस में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।

तनावपूर्ण माहौल और आज की तैयारी

देर रात तक सिटी पैलेस के बाहर तनावपूर्ण माहौल बना रहा। भारी पुलिस बल तैनात है, और पूरे इलाके को थ्री-लेयर बैरिकेडिंग के जरिए सील कर दिया गया है। प्रशासन ने आज सुबह कार्रवाई की तैयारी की है, और पूरे मामले पर राजस्थान समेत देशभर की नजरें टिकी हुई हैं।

विश्वराज सिंह के समर्थकों के फिर से सिटी पैलेस के बाहर जुटने की संभावना है। प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े प्रबंध किए हैं।

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