Rajasthan News: जयपुर. एसीबी ने दो लाख रुपए रिश्वत मांगने के मामले में गिरफ्तार निलम्बित महापौर के पति सुशील गुर्जर, दलाल नारायण सिंह व अनिल दुबे को दो दिन की रिमांड अवधि पूरी होने पर सोमवार को न्यायालय में पेश किया, जहां से दोनों दलालों को जेल भेज दिया गया. आरोपी सुशील गुर्जर का एक दिन का रिमांड और बढ़ाते हुए एसीबी को सौंप दिया.

कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने मीडिया बताया कि मामले में राजेन्द्र नैन को अनुसंधान अधिकारी नियुक्त किया गया है. अनुसंधान में जिस किसी की भी भूमिका सामने आएगी, उससे पूछताछ की जाएगी. हालांकि सोमवार रात तक निलम्बित महापौर मुनेश गुर्जर को पूछताछ के लिए नोटिस जारी नहीं किया गया था.

तीन दिन बाद अनुसंधान अधिकारी नियुक्त

आरोपियों के अधिवक्ता दीपक चौहान ने रिमांड अवधि बढ़ाने का विरोध करते हुए कोर्ट से कहा कि तीन दिन बाद अनुसंधान अधिकारी नियुक्त करना कानून का मजाक है. पूर्व में ली गई रिमांड के दौरान आरोपियों से आमने-सामने पूछताछ क्यों नहीं की गई.

चल रही पूछताछ

नगर निगम से संबंधित पट्टों की फाइल महापौर घर पर क्यों मंगवाती थीं. घर पर फाइल आने के बाद महापौर पट्टों पर हस्ताक्षर करतीं और महापौर पति रुपए लेकर घर पर ही पीड़ित को पट्टा कैसे जारी करती थीं. नगर निगम में बिलों से संबंधित भुगतान को लेकर कम्प्यूटर में दर्ज एन्ट्री के संबंध में जानकारी, सत्यापन में नगर निगम धिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी.

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