Rajasthan News: चेन्नई पुलिस ने एक हाई-टेक कार चोर सतेंद्र सिंह शेखावत को गिरफ्तार किया है, जो पिछले 20 सालों से तमिलनाडु, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी और अन्य राज्यों में 100 से अधिक लग्जरी कारें चुराकर राजस्थान और नेपाल में बेच रहा था। एमबीए डिग्रीधारी और एक रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर के बेटे सतेंद्र ने अपने सुनियोजित तरीकों से पुलिस को लंबे समय तक चकमा दिया, लेकिन आखिरकार वह कानून के शिकंजे में आ गया।

मामला तब सामने आया जब चेन्नई के अन्ना नगर में एथिराज रथिनम की लग्जरी कार उनके घर के बाहर से चोरी हो गई। सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति को आधुनिक उपकरणों का उपयोग कर कुछ ही मिनटों में कार का ताला तोड़ते और उसे ले जाते देखा गया। तिरुमंगलम पुलिस ने शिकायत दर्ज कर जांच शुरू की। सीसीटीवी, मोबाइल ट्रेसिंग और पुराने रिकॉर्ड्स की मदद से पुलिस को पता चला कि संदिग्ध पुडुचेरी में छिपा है। छापेमारी के बाद 45 वर्षीय सतेंद्र सिंह शेखावत को गिरफ्तार कर लिया गया।

जांच में खुलासा हुआ कि सतेंद्र कार शोरूम में सर्विस एजेंट बनकर जाता था और वहां जीपीएस ट्रैकर लगाकर लग्जरी कारों की लोकेशन ट्रैक करता था। इसके बाद वह डुप्लिकेट चाबियों का उपयोग कर कारें चुराता था, खासकर जब वे घरों के बाहर पार्क होती थीं। उसने 20 साल में 140 से अधिक कारें चुराईं, जिनमें से चार चेन्नई में चोरी की गई थीं। चुराई गई कारें राजस्थान और नेपाल में बेची जाती थीं, जिससे वह करोड़ों रुपये कमा रहा था।

पुलिस के मुताबिक राजस्थान का सतेंद्र एक पढ़ा-लिखा व्यक्ति है, जिसने एमबीए की डिग्री हासिल की और एक सम्मानित परिवार से ताल्लुक रखता है। उसके पिता रिटायर्ड आर्मी ऑफिसर हैं। लेकिन उसने अपनी प्रतिभा का दुरुपयोग कर एक बड़े कार चोरी नेटवर्क को अंजाम दिया। उसकी गिरफ्तारी की खबर फैलते ही तिरुमंगलम पुलिस स्टेशन में उन लोगों की भीड़ जमा हो गई, जिनकी कारें पहले चोरी हुई थीं, यह उम्मीद लेकर कि शायद उनकी गाड़ियां भी सतेंद्र ने चुराई हों।

सतेंद्र को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है। पुलिस अब उसके नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है, जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि उसके खरीदार कौन थे, चोरी के उपकरण कहां से आते थे, और क्या वह किसी बड़े सिंडिकेट का हिस्सा था।

पढ़ें ये खबरें