Rajasthan News: टोंक. ताई की अस्थियां विसर्जित करने हरिद्वार जा रहे परिवार को कार का हरियाणा के रुड़की में एक्सीडेंट हो गया. हादसे में भतीजे की मौत हो गई और उसकी मां घायल हो गई. बेटे के अंतिम संस्कार के बाद मां ने भी दम तोड़ दिया. टोंक जिले में दूनी तहसील क्षेत्र के आवां में एक ही परिवार में सात दिन में मां, बेटे समेत तीन जनों की मौत हो गई, जिससे परिवार में कोहराम मच गया. गांव में भी माहौल गमगीन है.

परिवार में गिने-चुने लोग बचे हैं, उनमें से भी कुछ सड़क हादसे में घायल होकर अस्पताल में भर्ती हैं. मृतक के दो बच्चियां और एक दो साल का बेटा है. सभी नाबालिग हैं. मृतक के बड़े भाई की भी करीब तीन साल पहले मौत हो गई थी. दोनों भाई माताजी का भंडारा लगाते थे. यह परिवार आवां गांव में गोपाल भगवान मंदिर में सेवा-पूजा करता है. देवली थाने के हैड कांस्टेबल ओमप्रकाश ने बताया कि आवां निवासी चंद्रप्रकाश पाराशर पुत्र लक्ष्मण पाराशर की ताई कामेरी देवी का पिछले सप्ताह निधन हो गया था. उनकी अस्थियां विसर्जित करने चंद्रप्रकाश पाराशर कार से अपने जीजा, मां-बेटियों के साथ हरिद्वार जा रहा था. इस दौरान रुड़की में इनकी कार एक टैंपो से टकरा गई.

एक ही दिन में मां-बेटे के अंतिम संस्कार से माहौल गमगीन

उधर, ग्रामीणों ने जोरदार हादसे के बाद आगे बैठे चंद्रप्रकाश पाराशर की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं हादसे में उसकी मां मुन्त्री देवी, ड्राइवर आवां निवासी मुकेश सोनी, चंद्रप्रकाश के जीजा, बहन, दोनों बच्चियां घायल हो गए. वहां की पुलिस सभी को अस्पताल ले गई. फिर इनके परिजनों को सूचना दी गई. यहां से ग्रामीण गए और शव और घायलों को लेकर आए. घायलों को देवली अस्पताल में भर्ती कराया गया है. चंद्रप्रकाश का अंतिम संस्कार कर दिया.

वे अंतिम संस्कार कर घर लौटे ही थे कि देवानी के अस्पताल में भर्ती मृतक चंद्र प्रकाष्ठ की माँ मुझी देवी ने भी दम तोड़ दिया. उसकी सूचना मिलने के बाद परिवार में फिर कोहराम मच गया. ग्रामीण उसकी मां का शव देवली से लाए और उसका अंतिम संस्कार किया. एक ही दिन में मां-बेटे का अंतिम संस्कार कर गांद में भी माहौल गमगीन हो गया. गांव वाले भी चर्चा करते नजर आए कि ईश्वर ऐसा किसी के साथ नहीं करें. आवां सरपंच विव्यांश एम भारद्वाज ने भी इस परिवार पर आए संकट पर दुख प्रकट करते हुए सीएम से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता देने की मांग की है.

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