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Rajasthan News: उदयपुर स्थित एकलिंगजी मंदिर (Eklingji Temple) में श्रद्धालुओं के लिए नए नियम लागू किए गए हैं। यह दिशा-निर्देश एकलिंगजी ट्रस्ट द्वारा जारी किए गए हैं। नए नियमों के तहत अब श्रद्धालु मिनी स्कर्ट या हाफ पैंट पहनकर मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकेंगे। इसके अलावा, मोबाइल फोन भी मंदिर परिसर में ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इन नियमों की जानकारी के लिए मंदिर परिसर के बाहर नोटिस बोर्ड लगाया गया है।
1200 साल पुराना ऐतिहासिक मंदिर
उदयपुर से करीब 20 किलोमीटर दूर कैलाशपुरी में स्थित यह मंदिर करीब 1200 वर्षों पुराना है। यह मंदिर मेवाड़ के आराध्य देव एकलिंगनाथ को समर्पित है और इसका प्रबंधन एकलिंगनाथ ट्रस्ट करता है। पहले से ही मंदिर में कुछ सख्त नियम लागू थे, जैसे कि फोटोग्राफी प्रतिबंधित होना और चमड़े की वस्तुएं बाहर छोड़ना। अब इन नियमों को और कड़ा कर दिया गया है।
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एकलिंगजी मंदिर के नए नियम
- चमड़े की वस्तुएं प्रतिबंधित: जूते, मोजे, बैल्ट, वॉलेट, और बैग जैसे चमड़े के सामान परिसर के बाहर ही छोड़ने होंगे।
- धूमपान वर्जित: मंदिर परिसर में धूम्रपान या तंबाकू उत्पाद ले जाने की अनुमति नहीं है।
- मोबाइल प्रतिबंध: मंदिर में मोबाइल फोन ले जाना प्रतिबंधित होगा।
- फोटोग्राफी निषेध: मंदिर परिसर के भीतर फोटोग्राफी की अनुमति नहीं है।
- शालीन कपड़े अनिवार्य: हाफ पैंट, मिनी स्कर्ट या अन्य छोटे कपड़े पहनने वालों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालुओं से पवित्रता बनाए रखने के लिए शालीन वस्त्र पहनने का अनुरोध किया गया है।
- अनुचित गतिविधियां निषेध: गुटखा, पान-मसाला, नशे में धुत व्यक्तियों और पालतू जानवरों का मंदिर में प्रवेश वर्जित है।
- हथियार निषेध: किसी भी प्रकार के हथियार को मंदिर परिसर में ले जाने की अनुमति नहीं है।
राजतिलक के दौरान हुआ था विवाद
एकलिंगजी महादेव मंदिर उदयपुर का प्रमुख तीर्थ स्थल है। हाल ही में मेवाड़ के नए महाराणा के राजतिलक के समय यह मंदिर चर्चा में आया था। महाराणा महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद उनके बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ को 77वें महाराणा के रूप में राजतिलक किया गया। राजतिलक के बाद मंदिर में पूजा करने की परंपरा को लेकर विवाद हुआ था।
विश्वराज सिंह मेवाड़ ने कड़ी सुरक्षा के बीच अपने समर्थकों के साथ मंदिर में दर्शन किए। इसके बाद यह विवाद शांत हुआ। यह विवाद ‘धूणी’ दर्शन को लेकर भी था, जो उदयपुर के सिटी पैलेस में स्थित है और जहां महाराणा के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ का परिवार रहता है।
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