Rajasthan News: राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार तथा आमजन को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने की दिशा में निरन्तर महत्वपूर्ण फैसलें लिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश के विभिन्न जिलों के 441 गांवों में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने तथा प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र हेतु महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता का एक-एक पद सृजित करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की है।
प्रस्ताव के अनुसार, बाड़मेर के 39, दौसा के 33, जयपुर-प्रथम के 25, सीकर के 25, अलवर के 23, जैसलमेर के 22, नागौर के 20, झुन्झूनूं के 20, भरतपुर के 19, अजमेर के 17, डूंगरपुर के 15, हनुमानगढ़ के 15, करौली के 14, चुरू के 14, जयपुर-द्वितीय के 14, बारां के 14, भीलवाड़ा के 12, जोधपुर के 12, टोंक के 12, राजसमंद के 10, कोटा के 9, बीकानेर के 9, धौलपुर के 6, बूंदी के 6, उदयपुर के 6, बांसवाड़ा के 5, चितौड़गढ़ के 5, सवाई माधोपुर के 5, गंगानगर के 5, सिरोही के 4, जालोर के 4 एवं पाली के 2 सहित कुल 441 गांवों में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे। उप स्वास्थ्य केंद्रों का संचालन भवन निर्माण होने तक उपलब्ध राजकीय भवन अथवा किराये के भवन में किया जाएगा। साथ ही, प्रत्येक उप स्वास्थ्य केंद्र हेतु महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता का 1-1 पद (कुल 441 पद) सृजित किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा बजट 2023-24 में प्रदेश में नवीन उप स्वास्थ्य केंद्र खोलने की घोषणा की गई थी। उक्त घोषणा की क्रियान्विति के क्रम में यह स्वीकृति दी गई है। सीएम की इस मंजूरी से प्रदेश की गांव-ढाणी में चिकित्सा सेवाओं का विस्तार होगा तथा स्थानीय लोगों को क्षेत्र में ही बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
ये खबरें भी जरूर पढ़ें
- मंदिर-मस्जिद की लड़ाई, कोर्ट तक आईः संभल मामले में ‘सुप्रीम’ सुनवाई, निचली अदालत के आदेश को मस्जिद कमेटी ने दी चुनौती
- MP में जर्मन निवेश का नया अध्याय प्रारंभ: CM डॉ. मोहन यादव ने उद्योगपतियों से चर्चा के तुरंत बाद ACEDS को भोपाल में भूमि आवंटन पत्र किया जारी
- MP Morning News: आज से शुरू होगा आलमी तब्लीगी इज्तिमा, राजधानी में 30 से अधिक इलाकों में बिजली रहेगी गुल, उत्तर से आ रही सर्द हवाओं से बढ़ी ठंड
- UP में कोहरे का कोहरामः कंपकंपा देने वाली ठंड से सावधान! और लुढ़केगा पारा, इन जिलों में अलर्ट जारी…
- 29 नवंबर महाकाल आरती: त्रिपुण्ड, भांग, चंदन और चंद्र से भगवान महाकालेश्वर का राजा स्वरूप में श्रृंगार