Rajasthan News: जयपुर में ठेकेदार भारत कुमार सैनी की आत्महत्या मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। शुक्रवार, 18 अप्रैल को 14वीं मंजिल से कूदकर सैनी ने जान दे दी थी। उनकी जेब से मिले सुसाइड नोट में एक महिला RAS अधिकारी पर बकाया भुगतान न करने का आरोप था। इसके आधार पर मृतक के पिता भानु प्रताप सैनी ने बिंदायका थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

लेकिन महज एक दिन बाद ही उन्होंने पुलिस को नया आवेदन देकर केस वापस लेने की बात कही। उन्होंने प्रार्थना पत्र में लिखा कि उन्होंने मुकदमा जल्दबाजी और अधूरी जानकारी के आधार पर दर्ज कराया था। अब वे बिना किसी दबाव और पूरी होश में केस वापस लेना चाहते हैं और इस मामले में कोई पुलिस या कोर्ट कार्रवाई नहीं चाहते।
महिला अधिकारी ने दी सफाई
RAS अधिकारी मुक्ता राव ने भी मामले में अपना पक्ष रखा है। उन्होंने बताया कि फ्लैट निर्माण के लिए जो एग्रीमेंट किया गया था, उसके अनुसार समय-समय पर भुगतान किया गया। सैनी ने खुद हर भुगतान की एंट्री एक डायरी में की थी और प्राप्ति की पुष्टि भी की थी।
मुक्ता राव द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारी के अनुसार:
- 3 अक्टूबर 2024 को ₹8 लाख कैश
- 7 नवंबर 2024 को ₹4 लाख
- 10 नवंबर 2024 को ₹3 लाख
- 17 दिसंबर 2024 को ₹3 लाख
- 9 मार्च 2025 को ₹1 लाख
- कुल मिलाकर 12 मार्च 2025 तक ₹20.50 लाख का भुगतान किया गया।
वायरल हुआ सैनी का पत्र
एक और दस्तावेज सामने आया है, जिसमें भारत कुमार सैनी ने लिखा है कि उन्होंने 12 मार्च 2025 तक ₹20.50 लाख प्राप्त किए। पूरे एग्रीमेंट की राशि ₹21.80 लाख थी, जिसमें ₹1.70 लाख एक्स्ट्रा काम का था। सैनी ने यह भी लिखा कि यदि उन्हें ₹1 लाख और मिल जाएं, तो वे आगे कभी किसी प्रकार की मांग नहीं करेंगे। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि उन्होंने 12 मार्च को ₹1 लाख और 29 मार्च को ₹50,000 कैश भी लिए हैं।
फिलहाल केस को लेकर मृतक के पिता ने पीछे हटने का फैसला लिया है, जबकि महिला अधिकारी ने खुद को निर्दोष बताया है और साक्ष्य भी प्रस्तुत किए हैं। पुलिस अब पूरे मामले की कानूनी प्रक्रिया के अनुसार जांच कर रही है।
पढ़ें ये खबरें
- Waves OTT पर रिलीज होगी छत्तीसगढ़ में बनी पहली हिंदी वेब सीरीज Manushya, 181 देशों में देख पाएंगे लोग …
- Delhi Blast case में बड़ी अपडेट : दिनेश को उठा ले गई पुलिस, इन्हीं के घर में रहता था कार मालिक सलमान
- नजर हटी दुर्घटना घटी: तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पलटी, तीन लोग…
- सरकारी आदेश को दिखाया ठेंगा : 1784 प्राइवेट स्कूलों ने नहीं ली सरकारी किताबें, शिक्षाविदों ने कहा – बाहरी प्रकाशकों की पुस्तकों से हो रही पढ़ाई, बच्चे कैसे देंगे केंद्रीकृत परीक्षा…
- खाट पर लेटकर मतदान करने पहुंचे 95 वर्षीय बुजुर्ग, लोकतंत्र के प्रति दिखाया अद्भुत जज्बा
