Rajasthan News: हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव व वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के प्रिन्सिपल एडवाईजर राम सुभाग सिंह ने सोमवार को विद्युत भवन में राजस्थान के ऊर्जा परिदृश्य की जानकारी प्राप्त करते हुए दोनो राज्यों के बीच बिजली क्षेत्र में सहयोग बढाने को लेकर विद्युत निगमों के अधिकारियों से चर्चा की।

राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम के प्रबन्ध निदेशक अनिल ढाका ने रिन्यूएबल एनर्जी से विद्युत के उत्पादन को प्रोत्साहित करने हेतु राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे प्रभावी प्रयासों एवं जारी की गई नीतियों के फलस्वरुप देशभर में प्राप्त हुई उपलब्धियों के बारें में प्रजेन्टेशन के माध्यम से जानकारी दी गई। उन्होंने प्रदेश की अक्षय ऊर्जा नीति के तहत विकासकर्ताओं को दी जाने वाली रियायतें व विकासकर्ताओं द्वारा राज्य में निवेष हेतु किए गए एमओयू के बारे में बताया। इसके साथ ही प्रबन्ध निदेशक ढाका ने राज्य में 2030 तक अक्षय ऊर्जा उत्पादन के लक्ष्य एवं अभी तक स्थापित परियोजनाओं के बारे में भी विस्तृत जानकारी दी।

राजस्थान ऊर्जा विकास निगम के प्रबन्ध निदेशक एम.एम.रणवा ने राज्य के विद्युत परिदृश्य के बारे में प्रजेन्टेशन दिया, जिसमें विद्युत की मांग, मांग में सीजनल वेरिएशन एवं विद्युत आपूर्ति हेतु किए गए प्रबन्धों के बारे में बताया। उन्होंने विद्युत की कुल स्थापित क्षमता व किन-किन क्षेत्रों से विद्युत की उपलब्धता होती है और राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली की खपत के बारे में भी जानकारी दी गई। बैठक में हिमाचल व राजस्थान की विद्युत की मांग के पैटर्न व विद्युत उपलब्धता के बारें मे अवगत कराया और दोनो राज्य परस्पर एक दूसरे की विद्युत मांग को पूरा करने में किस तरह सहायता कर सकते हैं इस पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

हिमाचल में सर्दी के मौसम में रात्रि के समय पीक रहता है जबकि राजस्थान में दिन के समय बिजली की अधिक मांग रहती है। इसलिए बैकिंग के जरिए 1000 मेगावाट बिजली के आदान-प्रदान की संभावना के लिए हिमाचल विद्युत विभाग के अधिकारी राजस्थान ऊर्जा विकास निगम के अधिकारियों के साथ वार्ता करगें।

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