Rajasthan News: राजस्थान में पानी की कमी को दूर करने और प्रदेश को जल आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने ‘कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान के तहत एक बड़ा कदम उठाया है। बुधवार शाम मुख्यमंत्री आवास पर ‘जल संचय-जन भागीदारी’ विषय पर एक संवाद कार्यक्रम आयोजित होगा। इसमें केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जयपुर के 200 उद्यमियों, समाजसेवियों और प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ संवाद करेंगे। यह कार्यक्रम लोगों को जल संरक्षण में भागीदारी के लिए प्रेरित करेगा।

सांगानेर में भूमि पूजन से शुरुआत

कार्यक्रम की शुरुआत सांगानेर विधानसभा क्षेत्र में वर्षा जल संचयन के कार्यों का भूमि पूजन करके होगी। यह कदम राजस्थान के जलस्तर को सुधारने और सतत जल प्रबंधन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उठाया गया है।

रिचार्ज शाफ्ट संरचनाओं का निर्माण

‘कर्मभूमि से मातृभूमि’ अभियान के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय भामाशाहों और राजस्थान के बाहर बसे व्यवसायियों की मदद से रिचार्ज शाफ्ट संरचनाओं का निर्माण किया जा रहा है। यह पहल भूजल स्तर को बनाए रखने और वर्षाजल का कुशलतापूर्वक संचयन सुनिश्चित करने में मददगार साबित हो रही है।

भूजल स्तर गिरावट रोकने की कोशिश

राजस्थान में भूजल पर अत्यधिक निर्भरता के कारण 72% क्षेत्र अतिदोहित श्रेणी में आ चुका है। अभियान का मुख्य उद्देश्य भूजल स्तर की गिरावट को रोकना है। सिरोही, पाली, जोधपुर, भीलवाड़ा, झुंझुनूं और जयपुर जिलों में इसे प्राथमिकता दी गई है।

बूंद-बूंद पानी का संचय

इस अभियान के तहत पर्यावरण अनुकूल रिचार्ज शाफ्ट संरचनाओं के जरिए वर्षाजल और सतही जल का संग्रहण और पुनर्भरण किया जाएगा। यह जल संरक्षण के साथ-साथ घरेलू और कृषि उपयोग के लिए पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।

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