Rajasthan News: राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा में पेपर लीक और डमी उम्मीदवार बैठाने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। रविवार को एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) ने एक सगे भाई-बहन सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन दोनों ने पेपर लीक माफिया भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण की मदद से लीक हुए पेपर पढ़कर परीक्षा पास की और चयनित हुए।

एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने जानकारी दी कि जालोर के देवदा निवासी दिनेश कुमार और उनकी बहन प्रियंका को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 11 अक्टूबर तक रिमांड पर भेजा गया है। जांच में पता चला है कि गोपाल सारण ने इन दोनों को जयपुर में 200 फीट बाईपास पर इनोवा कार में परीक्षा का पेपर पढ़ाया था। दिनेश की रैंक 99वीं और प्रियंका की 132वीं थी।
दो बहनों की जगह डमी अभ्यर्थी ने दी परीक्षा
इस मामले में एक और खुलासा हुआ है कि डमी अभ्यर्थी के जरिए परीक्षा पास करने वाली मंजू विश्नोई और उसकी बहन संतोष की जगह डमी उम्मीदवार समीता उर्फ छम्मी विश्नोई ने परीक्षा दी थी। मंजू और छम्मी को एसओजी पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि अब संतोष को भी 10 अक्टूबर तक रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है।
भूपेंद्र सारण के भाई की गिरफ्तारी से हुआ खुलासा
पेपर लीक कांड में मुख्य आरोपी भूपेंद्र सारण के भाई गोपाल सारण की गिरफ्तारी के बाद मामले का पर्दाफाश हुआ। पूछताछ में गोपाल ने बताया कि उसने छह अभ्यर्थियों को लीक पेपर पढ़वाकर परीक्षा पास करवाई, जिनका एसआई भर्ती में चयन हो गया। गोपाल खुद 2014 में राजस्थान पुलिस में एसआई नियुक्त हुआ था, लेकिन 2020 में क्रूड पाइपलाइन चोरी के मामले में मिलीभगत के चलते उसे सेवा से बर्खास्त कर दिया गया था।
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