Rajasthan News: महुवा थाना क्षेत्र के एक व्यक्ति को ऑनलाइन गेमिंग की ऐसी गंभीर लत लग गई कि वह 50 लाख रुपये के कर्ज में डूब गया। कर्जदारों की सहानुभूति पाने के लिए उसने खुद पर फायरिंग होने की झूठी कहानी गढ़ी। मगर पुलिस ने उसकी साजिश नाकाम करते हुए शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से 315 बोर का जिंदा कारतूस और एक बाइक बरामद की है।

फायरिंग की सूचना के बाद हुआ खुलासा
महुवा थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह सोलंकी के अनुसार, 5 सितंबर की शाम को रौत हड़िया इलाके में एक कबाड़ की दुकान में फायरिंग की सूचना मिली। जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो उन्हें वहां एक व्यक्ति अपनी मोटर साइकिल के पास खड़ा मिला, जिसने बताया कि गदाली गांव की एक दुकान से मजदूरी का पैसा लेकर लौटते वक्त किसी अज्ञात व्यक्ति ने उस पर फायरिंग की थी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, जिसके दौरान कई संदेहास्पद बातें सामने आईं।
पुलिस को ऐसे हुआ युवक पर शक
घटनास्थल की बारीकी से जांच के दौरान, पुलिस को बाइक के टूल बॉक्स में एक कारतूस फंसा हुआ मिला, जो किसी हथियार से चला हुआ प्रतीत नहीं हो रहा था। इससे पुलिस को उस व्यक्ति पर संदेह हुआ। जब उससे पूछताछ की गई, तो वह अलग-अलग कहानियां बनाने लगा। सख्ती से पूछताछ के बाद, उसने सच उगल दिया।
ऑनलाइन गेमिंग की लत बनी साजिश की वजह
थाना प्रभारी सोलंकी ने बताया कि आरोपी उस्मान ऑनलाइन गेम खेलने का आदी था। इस लत के कारण उस पर 50 लाख रुपये का भारी कर्ज चढ़ गया। कर्ज से छुटकारा पाने और सहानुभूति पाने उसने यह फायरिंग की झूठी साजिश रची। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके पास से एक 315 बोर का जिंदा कारतूस और वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक भी जब्त कर ली है।
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