Rajasthan News: शहर के प्रमुख शंकर मिष्ठान भंडार के मालिक मदनलाल की गांधीनगर मोड पर स्थित अवैध होटल के खिलाफ जयपुर विकास प्राधिकरण ने कार्रवाई करते हुए होटल को सीज कर दिया गया है।

जेडीए अधिकारियों का कहना है कि यह होटल नियम और कानून को दरकिनार करके तैयार की जा रही थी, होटल में 30 कमरे बने हुए थे और मानचित्र और नक्शा जेडीए की ओर से स्वीकृत नहीं होने की वजह से जयपुर विकास प्राधिकरण के परिवर्तन दस्ते ने यहां बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया।

जानकारी के अनुसार पिछले दिनों पुलिस मुख्यालय में एक जन्मदिन समारोह के तहत शंकर मिष्ठान भंडार से गाजर का हलवा मंगवाया गया था इस हलवे के सेवन से कई पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों की तबीयत है बिगड़ गई थी इसके बाद संबंधित विभाग की ओर से यहां आकर खाद्य वस्तुओं की जांच पड़ताल की गई जहां पर खाद्य वस्तुएं तैयार की जाती है वहां भी खाद्य वस्तुओं के सैंपल एकत्रित किए थे।

अब जिस तरह से गांधीनगर मोड पर इस मिष्ठान भंडार के मालिक की ओर से होटल बनाया गया था उसको भी जेडीए अब नियम और कानून के खिलाफ बता रहा है और इस होटल के खिलाफ जेडीए की प्रवर्तनशाखा ने कड़ी कार्रवाई की है। लेकिन यहां बड़ा सवाल यही खड़ा होता है कि शहर के बीचो-बीच बिल्कुल ओपन में इतना आलीशान होटल बनकर तैयार हो गया आखिर इतने दिनों तक जयपुर विकास प्राधिकरण के अधिकारी और कर्मचारी क्या कर रहे थे?

संबंधित अधिकारी और प्रवर्तनशाखा के अधिकारियों को यह होटल नजर क्यों नहीं आया यह होटल शहर के बीचो-बीच है। व्यस्त इलाके में है और पुलिस महानिदेशक जेडीए के आयुक्त ही नहीं बल्कि मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के तमाम मंत्री इस होटल के सामने से कई बार गुजरते हैं। इसके बावजूद भी यह होटल बनकर तैयार हो गया बाद में जब इस मिष्ठान भंडार का हलवा खाने से पुलिसकर्मी और अधिकारी बीमार हुए तब जाकर जयपुर विकास प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते की आंख खुली और उन्होंने अब सोमवार को इस होटल के खिलाफ कार्रवाई की।

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