Rajasthan News: अजमेर शरीफ दरगाह को लेकर शिव मंदिर होने का दावा करते हुए अदालत में दायर याचिका ने राजनीतिक बहस को हवा दे दी है। इस मामले पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ और विधायक बाबा बालकनाथ का भी बयान आया है।

मदन राठौड़ का बयान

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि यह मामला अदालत में विचाराधीन है, इसलिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा। उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास गवाह है कि मुगलों ने धार्मिक स्थलों को क्षतिग्रस्त कर उन पर कब्जा किया। उन्होंने भारत की न्याय प्रणाली पर विश्वास जताते हुए कहा कि जो भी फैसला आएगा, उसे सभी को स्वीकार करना चाहिए।

मदन राठौड़ ने कहा कि भाजपा को किसी की पूजा पद्धति से कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन हर भारतीय को राष्ट्रभक्ति और आत्मीयता का भाव रखना चाहिए। उन्होंने विपक्ष पर तुष्टिकरण की राजनीति करने और समाज में फूट डालने का आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी समुदायों के कल्याण के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीय प्रधानमंत्री के लिए एक परिवार की तरह हैं, और भाजपा का कार्य वसुधैव कुटुंबकम के सिद्धांत पर आधारित है।

बालकनाथ का बयान

वहीं, इस मुद्दे पर विधायक बाबा बालकनाथ ने कहा कि मामला अदालत में है और अदालत का काम है सच और झूठ के बीच से सत्य को उजागर करना। उन्होंने विश्वास जताया कि अदालत निष्पक्ष न्याय करेगी।

बाबा बालकनाथ ने राजस्थान के ऐतिहासिक महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह राज्य पृथ्वीराज चौहान और महाराणा प्रताप जैसे वीरों के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने अजमेर स्थित पृथ्वीराज चौहान के ऐतिहासिक किले के जीर्णोद्धार की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह किला हमारे इतिहास और संस्कृति की धरोहर है और इसे संरक्षित कर जनता के अवलोकन के लिए खोला जाना चाहिए। उन्होंने युवाओं को इतिहास से प्रेरणा देने के लिए इस किले का पुनरुद्धार जरूरी बताया।

भाईचारे और सद्भावना की अपील

दोनों नेताओं ने समाज में भाईचारा और सद्भावना बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी को न्यायालय के फैसले का सम्मान करना चाहिए और समाज को बांटने वाली ताकतों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए।

यह मामला राजनीतिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से संवेदनशील है, और इसे लेकर आगे भी चर्चाएं और बयानबाजी जारी रहने की संभावना है।

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