Rajasthan News: राजस्थान में 22 सितंबर को शिक्षा विभाग ने बड़े स्तर पर फेरबदल करते हुए 4527 प्रिंसिपल के तबादले किए. इस पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कड़ा विरोध जताया और आरोप लगाया कि यह सूची राजनीतिक द्वेष से तैयार की गई है.

दिलावर का जवाब: राजनीतिक दुर्भावना नहीं
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने इन आरोपों को खारिज किया. उन्होंने कहा कि सरकार बनने के बाद लंबे समय से स्थानांतरण नहीं हुए थे और शिक्षकों की मांग को देखते हुए ट्रांसफर किए गए. उनका दावा है कि किसी को हटाकर बदली की गई है तो उसी जिले में समायोजन की कोशिश की गई है.
दिलावर के मुताबिक, 2400 प्रिंसिपल को रिक्त पदों पर लगाया गया ताकि राजकोष पर अतिरिक्त बोझ न पड़े. 1306 तबादले प्रशासनिक आधार या शिकायतों के आधार पर हुए हैं, जबकि पीएम श्री विद्यालयों के 218 खाली पद भी इस सूची में भरे गए हैं.
डोटासरा का आरोप: जाति विशेष और मेरे क्षेत्र को निशाना
डोटासरा ने कहा कि उनके लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र में 2019 में लगाए गए प्रिंसिपल को सिर्फ इसलिए हटाया गया क्योंकि वे उनके कार्यकाल में नियुक्त हुए थे. उनका आरोप है कि इन लोगों को जालोर, सिरोही और बाड़मेर भेज दिया गया. उन्होंने कहा कि इससे न तो वे नई जगह पर मन से काम कर पाएंगे और न ही पुराने क्षेत्र में शिक्षा का माहौल सही रहेगा.
डोटासरा ने यह भी आरोप लगाया कि एक जाति विशेष को टारगेट किया गया है और उनके क्षेत्र से करीब 60-65 तबादले कर दिए गए. उन्होंने कहा कि ऐसी राजनीतिक दुर्भावना उन्होंने पहले कभी नहीं देखी.
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