Rajasthan News: राजस्थान के बालोतरा और आसपास के अनार उत्पादक इलाकों में फसलों पर टिकड़ी रोग के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। किसानों की शिकायतों और मीडिया रिपोर्ट्स के बाद केंद्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तत्काल जांच के निर्देश जारी किए हैं।

प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी वैज्ञानिक टीम

केंद्रीय मंत्री ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि वैज्ञानिकों की एक विशेष टीम तुरंत प्रभावित इलाकों का दौरा करे। यह टीम टिकड़ी रोग और अन्य फसल रोगों के कारणों का अध्ययन करेगी, साथ ही किसानों द्वारा अपनाई जा रही बागवानी तकनीकों और रोग प्रबंधन उपायों की भी समीक्षा करेगी।

तैयार होगी व्यापक कार्ययोजना

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जांच रिपोर्ट के आधार पर एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसमें पौधों की वैज्ञानिक छंटाई, रोग प्रबंधन के प्रभावी उपाय, उर्वरकों और कीटनाशकों के संतुलित उपयोग और आधुनिक बागवानी तकनीकों के प्रसार पर जोर रहेगा। उन्होंने कहा कि यह योजना न केवल रोग नियंत्रण में मदद करेगी, बल्कि अनार की गुणवत्ता को निर्यात स्तर तक ले जाने में भी सहायक होगी।

विशेषज्ञों की संयुक्त टीम करेगी मदद

किसानों को राहत देने के लिए एक संयुक्त विशेषज्ञ टीम गठित की जाएगी, जिसमें केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान (बीकानेर), राष्ट्रीय अनार अनुसंधान केंद्र (सोलापुर), केंद्रीय शुष्क क्षेत्र अनुसंधान संस्थान (काजरी, जोधपुर) और कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ शामिल होंगे। यह टीम किसानों को रोग प्रबंधन, उन्नत खेती तकनीक और निर्यात योग्य अनार उत्पादन पर प्रशिक्षण देगी।

किसानों की आय और गुणवत्ता सुधार पर फोकस

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि रोगों से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के कृषि एवं बागवानी विभाग, अनुसंधान संस्थान और कृषि विज्ञान केंद्र मिलकर काम करेंगे। लक्ष्य है कि किसानों को त्वरित राहत मिले, फसलों की उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़े, और उनकी आय में स्थायी सुधार हो।

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