Rajasthan News: राजस्थान में भजनलाल सरकार द्वारा हाल ही में गहलोत सरकार द्वारा बनाए गए नए जिलों और संभागों को रद्द करने के फैसले ने प्रदेशभर में विरोध और समर्थन की लहर पैदा कर दी है। जहां कुछ जिलों में इस फैसले से खुशी की लहर है, वहीं कई जगहों पर गुस्से और आंदोलन की स्थिति बन गई है।

सीकर में विरोध प्रदर्शन

सीकर को संभाग से हटाने के निर्णय के खिलाफ वहां विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। छात्रसंघ एसएफआई और माकपा के कार्यकर्ताओं ने सीकर के कल्याण सर्किल पर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का पुतला फूंका। उन्होंने इसे सीकर की जनता के साथ अन्याय करार दिया।

एसएफआई के प्रदेशाध्यक्ष सुभाष जाखड़ और माकपा नेता राम रतन बगड़िया ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने राजनीतिक द्वेषवश सीकर संभाग और नीमकाथाना जिले को रद्द किया है। उनका कहना है कि नीमकाथाना विधानसभा और सीकर में भाजपा को चुनावी हार का सामना करना पड़ा था, जिसके चलते यह फैसला लिया गया।

खेतड़ी में खुशी का माहौल

इसके विपरीत, खेतड़ी में नीमकाथाना को जिला हटाए जाने से खुशी की लहर दौड़ गई। खेतड़ी जिला संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओं ने इसे ऐतिहासिक जीत बताते हुए मिठाई बांटी और सरकार का आभार जताया। संघर्ष समिति के नेता एडवोकेट संजय सुरोलिया ने कहा कि रियासतकाल में खेतड़ी का क्षेत्र कोटपूतली तक फैला था। लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार ने खेतड़ी को नजरअंदाज करते हुए नीमकाथाना को जिला बनाया था।

नीमकाथाना में आंदोलन की तैयारी

नीमकाथाना में जिले को हटाने पर पूर्व मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि 50 साल से नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग की जा रही थी। पिछली सरकार में जब वे मंत्री थे, तब नीमकाथाना को जिला बनाया गया था। उन्होंने भाजपा सरकार पर जनता के अधिकार छीनने का आरोप लगाते हुए बड़ा आंदोलन शुरू करने की चेतावनी दी है।

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