Rajasthan News: जिले के खाखोली ग्राम स्थित बुगालियों की ढाणी के वीर सपूत सूबेदार मोहनराम पूनिया को उनकी अद्भुत बहादुरी और सेवा भावना के लिए देश के तीसरे सबसे बड़े वीरता पुरस्कार शौर्य चक्र से नवाजा गया है। यह सम्मान उन्हें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रदान किया, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद थे।

मणिपुर हिंसा में दिखाई अद्वितीय वीरता
20 जाट रेजीमेंट में कार्यरत सूबेदार मोहनराम जनवरी 2024 में मणिपुर के बेहद संवेदनशील क्षेत्र में तैनात थे। तभी उन्हें सूचना मिली कि कुछ सशस्त्र उपद्रवी दो गांवों पर हमला कर रहे हैं और आगजनी कर रहे हैं। बिना देरी किए वे अपनी टुकड़ी के साथ घटनास्थल पर पहुंचे, जहां उनकी उपद्रवियों से मुठभेड़ हो गई।
इस संघर्ष के दौरान एक गोली उनके पैर में लग गई, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। लेकिन मोहनराम ने न तो हिम्मत हारी और न ही चिकित्सा को प्राथमिकता दी। बल्कि अपनी जान की परवाह किए बिना 38 ग्रामीणों की जान बचाकर उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। यह साहसिक कदम उनकी असाधारण नेतृत्व क्षमता और राष्ट्रसेवा के प्रति समर्पण का परिचायक है।
जिले में खुशी की लहर
अब सूबेदार मोहनराम पूरी तरह स्वस्थ हैं और उनका जख्मी पैर भी काफी हद तक ठीक हो चुका है। उनके इस अद्वितीय योगदान पर जिलेभर में गर्व और खुशी की लहर है। पूर्व सैनिकों, ग्रामीणों और परिजनों ने उन्हें बधाइयों और शुभकामनाओं से नवाजा है।
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