Rajasthan News: देश में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) की तर्ज पर यहां राजस्थान प्रौद्योगिकी संस्थान (आरआईटी) शुरू करने को लेकर एमबीएम विश्वविद्यालय ने राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट में आरआईटी का खाका तैयार किया गया है, जिसमें पाठ्यक्रम, लैब, बजट, शैक्षणिक प्रक्रिया, शोध सहित अन्य विषय शामिल किए गए हैं। आरआईटी की प्रवेश प्रक्रिया, फैकल्टी, छात्रों की संख्या, नए डिपार्टमेंट, परीक्षा सिस्टम सहित समस्त पहलुओं को शामिल किया गया है। सरकार की हरी झंडी मिलते ही इसी शैक्षणिक सत्र से प्रदेश के 10 संभागीय मुख्यालयों पर आरआईटी शुरू की जाएगी।

गौरतलब है कि देश में 24 आईआईटी है जिसमें एकमात्र आईआईटी राजस्थान के जोधपुर में है। यहां की शैक्षणिक व्यवस्था के कारण बच्चों को रोजगार के अच्छे अवसर मिलते हैं। यहां तक की विदेशी कम्पनियां भी कैंपस में आकर प्लेसमेंट देती है। इसी कारण भजनलाल सरकार ने अपनी 100 दिवसीय कार्य योजना के तहत आरआईटी शुरू करने का फैसला किया था। आरआईटी का प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए एमबीएम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजय कुमार शर्मा की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई थी। कमेटी ने इसी सप्ताह राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट दी है।

स्टेट एक्ट में बनेगी आरआईटी

आईआईटी की तर्ज पर आरआईटी बनाने के लिए राजस्थान विधानसभा में एक्ट पास करना पड़ेगा, जिसमें प्रत्येक आरआईटी के लिए बजट, शैक्षणिक प्रक्रिया, शोध सहित अन्य विषय शामिल किए जाएंगे। प्रो अजय शर्मा की कमेटी की रिपोर्ट के अध्ययन के बाद आरआईटी को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद विधानसभा में एक्ट के जरिए आरआईटी अस्तित्व में आएगी। इसमें उच्च शिक्षा विभाग के मंत्री अध्यक्ष होंगे। इसके अलावा प्रत्येक आरआईटी का बोर्ड ऑफ गवर्नर्स भी होगा।

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