Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि खेल क्षेत्र में आदिवासी समाज की बालिकाओं के सपनों को नई उड़ान मिली. आदिवासी कल्याण को समर्पित हमारी सरकार की ओर से लैक्रोस भारतीय टीम में उदयपुर के आदिवासी अंचल (छह उदयपुर, एक बांसवाड़ा) से सात खिलाड़ियों का चयन किया गया है.
इनमें चार आदिवासी समुदाय की और तीन अन्य समुदायों की बेटियां शामिल हैं, जिनमें तीन बेटियां डांगी, मेघवाल और गुर्जर समाज से संबंध रखती हैं. सीएम ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि राजस्थान की ये प्रतिभाशाली बेटियां अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए आगरा में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं.
इन खिलाड़ियों के प्रशिक्षण के लिए राजस्थान स्टेट माइन्स एंड मिनरल्स लिमिटेड (आरएसएमएमएल) की ओर से वित्तीय सहायता प्रदान की गई है. खिलाड़ियों को आदिवासी खेल छात्रावास में आवास सुविधा एवं आर्थिक सहायता प्रदान की गई, जिससे एशियाई खेलों में उनका प्रवेश सुगम हुआ. ये खिलाड़ी लैक्रोस एशियन चैंपियनशिप के लिए समरकंद, उज्बेकिस्तान जाने के लिए पूर्णतः तैयार हैं.
प्रदेश सरकार का लक्ष्य आगामी ओलंपिक में शामिल होने वाले इस खेल के लिए दो जनजातीय खेल छात्रावास/अकादमियां स्थापित करना है, एक बालकों के लिए और एक बालिकाओं के लिए. साथ ही 15 पुरुष लैक्रोस खिलाड़ियों को भी खेल छात्रावास में रखकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है. लैक्रोस भारतीय टीम के कुल 12 खिलाड़ियों में 7 राजस्थान के हैं, जो पूरे प्रदेश के लिए गौरव का विषय है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान के इन खिलाड़ियों का भारतीय टीम में चयन प्रथम राष्ट्रीय लैक्रोस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर हुआ है, जहां राजस्थान ने स्वर्ण पदक हासिल किया था. हमारी सरकार प्रदेश में खेल संस्कृति के निरंतर प्रोत्साहन के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है.
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