Rajasthan News: श्रीगंगानगर के पुरानी आबादी इलाके में रेडीमेड कपड़ों की दुकान चलाने वाले युवक को हनी ट्रैप का शिकार बनाने का मामला सामने आया है। इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी युवती समेत तीन महिलाओं को गिरफ्तार किया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। श्रीगंगानगर के एसपी गौरव यादव ने बताया कि फरार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है।

कैसे हुई घटना?
दुकानदार प्रवीण सिडाना ने अपनी शिकायत में बताया कि कुछ दिन पहले उसे एक अनजान नंबर से फोन आया। कॉल करने वाली एक युवती थी, जिसने कुछ समय तक उससे बातचीत जारी रखी। बाद में, वह दुकान पर आई और प्रवीण को बार-बार अपने घर बुलाने का दबाव डालने लगी।
16 जनवरी की घटना
युवती ने 16 जनवरी को प्रवीण को बसंती चौक स्थित एक घर पर बुलाया। वहां पहुंचने पर प्रवीण को तीन महिलाओं और तीन पुरुषों ने घेर लिया। उन्होंने प्रवीण के साथ मारपीट की और उसकी दुकान की बिक्री के करीब 8-10 हजार रुपये नकद और मोबाइल फोन छीन लिया।
ऑनलाइन ट्रांजैक्शन और ब्लैकमेलिंग
आरोपियों ने प्रवीण के मोबाइल से 47,200 रुपये का ऑनलाइन ट्रांजैक्शन भी कर लिया। इसके बाद उन्होंने दुष्कर्म के झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर 5 लाख रुपये की मांग की। पीड़ित को देर रात तक बंधक बनाकर रखा गया और लगातार धमकियां दी गईं।
पुलिस में शिकायत दर्ज
घटना के बाद प्रवीण ने घर लौटकर अपने परिचितों को जानकारी दी और पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी युवती सहित तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। मामले में शामिल अन्य तीन पुरुषों और एक महिला की तलाश की जा रही है।
एसपी का बयान
एसपी गौरव यादव ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही फरार आरोपियों को भी पकड़ लिया जाएगा।
पढ़ें ये खबरें
- ‘मना करने पर लड़कों ने …’, बाइकर्स ग्रुप से भिड़ गई महक-परी, VIDEO हुआ वायरल
- महिला जेल प्रहरी से दोस्ती, कमरे में मिलने के लिए बुलाया और खींची अश्लील फोटो, फिर ब्लैकमेल कर…
- मीना बाजार में दो गुटों के बीच जमकर मारपीट, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल, देखें वीडियो …
- MP में 22500 पुलिसकर्मियों की होगी भर्ती: अगले साल से भर्तियां करेगा “पुलिस भर्ती बोर्ड” हर वर्ष भरे जाएंगे 7500 रिक्त पद
- यूपी के बैंकों में 7200 करोड़ रुपए लावारिस: रकम RBI के पास ट्रांसफर, दावेदार न मिलने पर निष्क्रिय