Rajasthan News: राजस्थान में किसानों के लिए एक अच्छी खबर है। राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना अपने अगले चरण में प्रवेश कर चुकी है। तीन किस्तों का सफल वितरण हो चुका है, और अब किसान चौथी किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

जून में मिल सकती है चौथी किस्त
सूत्रों के अनुसार, जून 2025 के मध्य तक चौथी किस्त किसानों के बैंक खातों में पहुंच सकती है। हालांकि, अभी तक कोई निश्चित तारीख की घोषणा नहीं हुई है, लेकिन विभागीय तैयारियां अंतिम चरण में हैं। संभावना है कि 15 जून तक 1500 रुपये की सहायता राशि किसानों को मिल जाएगी।
कौन होंगे पात्र?
- इस योजना का लाभ उन किसानों को मिलेगा जो:
- राजस्थान के स्थायी निवासी हों।
- योजना में पहले से पंजीकृत हों।
- तीसरी किस्त प्राप्त कर चुके हों।
- जिन्होंने डीबीटी और ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर ली हो।
योजना की मुख्य विशेषताएं
- प्रत्येक पात्र किसान को 1500 रुपये की वित्तीय सहायता सीधे उनके बैंक खाते में दी जाएगी।
- यह राशि साल में चार किस्तों में दी जाती है, यानी कुल 6000 रुपये सालाना।
- पूरे राज्य में एकसाथ भुगतान प्रक्रिया शुरू होगी।
- लाभार्थियों की अद्यतन सूची और स्थिति आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होगी।
किस्त का स्टेटस कैसे जांचें?
किसान चौथी किस्त की स्थिति जानने के लिए निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं:
- राजस्थान सरकार की किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “किस्त स्थिति” या “लाभार्थी स्थिति” विकल्प चुनें।
- अपनी पंजीकरण संख्या या मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- ओटीपी या कैप्चा कोड डालकर सबमिट करें।
- स्क्रीन पर आपकी किस्त से संबंधित जानकारी दिखाई देगी।
पढ़ें ये खबरें
- व्यावसायिक शिक्षक भर्ती घोटाला: जांच कमेटी ने सौंपी रिपोर्ट, लेकिन विभागीय अधिकारियों की जांच से उठे सवाल, अब रिपोर्ट पर टिकी निगाहें
- शिकागो में आयोजित NRI कन्वेंशन में पहुंचे वित्त मंत्री ओपी चौधरी, प्रवासी छत्तीसगढ़ियों से की अपील, कहा- सरकार आपके लिए रहेगी प्रतिबद्ध, जल्द बनेगा सुविधा फ्रेमवर्क
- आपको हुई परेशानी के लिए हमें खेद है..! एयर इंडिया ने अचानक उड़ान रद्द होने की दी जानकारी, भड़के यात्रियों ने काटा बवाल, फिर…
- RTO ऑफिस में वाहन रजिस्ट्रेशन फर्जीवाड़ा, बिना NOC के नामांतरण से फायनेंस कंपनियों को नुकसान
- ग्वालियर में ‘शक्ति दीदियों’ का सशक्तिकरण: 7 और महिलाएं बनीं फ्यूल डिलेवरी वर्कर, अब तक 64 आत्मनिर्भर