Rajasthan News: केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि अलवर जिले की जनता की आकांक्षाओं पर एक सांसद के रूप में खरा उतरने का पूरा प्रयास करूंगा। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार की योजनाओं, नीतियों व कार्यक्रमों को धरातल पर लागू कर अलवर जिले का चहुमुंखी विकास करना पहली प्राथमिकता रहेगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस 5 जून को पर्यावरण संरक्षण हेतु ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान संचालित किया है जिसके तहत प्रत्येक व्यक्ति को एक पेड़ अपनी मां की सेवा मानकर लगाने एवं उसका संरक्षण करने का संदेश दिया है। उन्होंने आमजन से आह्वाहन किया कि जिले के प्रत्येक व्यक्ति न केवल मां के नाम का पेड लगाए बल्कि उसकी सार संभाल भी करें।

पर्यावरण मंत्री ने सरिस्का अभयारण्य में बाघों के बढते कुनबे पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अलवर जिले को केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री व राज्य में भी वन एवं पर्यावरण मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है जिसका लाभ उठाते हुए सरिस्का को राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ईको ट्यूरिज्म स्थल बनाने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि जिले की कुल 6 करोड 30 लाख लीटर पानी सप्लाई की क्षमता है तथा अभी 3 करोड लीटर पानी सप्लाई की जा रही है। शहर में 340 नलकूपों में से 140 नलकूपों से पेयजल सप्लाई की जा रही है। अलवर शहर को 59 पेयजल जोन में बांटकर जोन वाइज पेयजल सप्लाई की जा रही है। साथ ही तात्कालिक रूप से पेयजल की सुगमता, स्टोरेज, पानी की रिचार्जिंग आदि की दिशा में कार्य करने के भी निर्देश दिये गए हैं। जिले की पेयजल व्यवस्था का स्थाई समाधान के पूर्ण प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि सेल्फ हेल्प ग्रुप के माध्यम से जिले में लखपति दीदी योजना के साथ-साथ खेलों एवं उद्योगों आदि के सर्वांगीण विकास की दिशा में कार्य किया जाएगा।

जिले की पेयजल व्यवस्था की ली समीक्षा बैठक

प्रेसवार्ता से पहले केन्द्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव एवं वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संजय शर्मा ने आज सर्किट हाउस में जिले में पेयजल संबंधी व्यवस्था के संबंध में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।

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