Rajasthan News: कोटा. दक्षिण नगर निगम के पास आय का सबसे बड़ा सोर्स, करीब 150 करोड़ रुपए शहर में 60 प्लॉट हैं, लेकिन निगम इन्हें बेच नहीं पा रहा. हर साल बजट में इन प्लाट से बिक्री का काल्पनिक आंकड़ा जरूर रख लिया जाता है.

इस साल के बजट में भी यही किया गया तो सदन में आपत्ति उठी. उसके बाद तय किया कि यदि वर्तमान दर पर इन प्लाट की नीलामी नहीं पा रही तो कमेटी बनाकर दर कम कर इन्हें नीलाम किया जाए. बोर्ड में निर्णय के बाद अब इसे डीएलसी दर पर नीलाम करने पर विचार किया जा रहा है.

उसके बाद भी निगम को कम से कम 100 करोड़ रुपए मिलने का अनुमान है. महापौर राजीव अग्रवाल का कहना है कि बोर्ड की मीटिंग में प्रस्ताव लेने के बाद इस संबंध में अधिकारियों से भी चर्चा की गई है. डीएलसी दर पर इनकी नीलामी करवाई जाएगी. इसके लिए सोमवार को मीटिंग रखेंगे. इसी वित्तीय वर्ष में इनकी नीलामी रखी जाएगी. शहर के प्रतापनगर, सीएडी, दादाबाड़ी मेन रोड, शक्तिनगर, तलवंडी, महावीरनगर आदि कॉलोनियों में प्राइम लोकेशन पर प्लाट हैं. ये कभी यूआईटी के थे. बाद में नगर निगम को हैंडओवर कर दिए थे.

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