Rajasthan News: जयपुर. मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में एक और बाघिन की एंट्री की संभावना है. इसके लिए, रणथंभौर में बाघिन की खोज भी शुरू हो चुकी है. लंबे समय से मुकुंदरा प्रशासन ने टाइग्रेस को लाने के प्रयास किए हैं.
इसके लिए, सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू को पत्र लिखा गया और परमिशन प्राप्त होने के बाद कवायद तेज की गई है. मौजूदा में, एमएचटीआर में एक बाघ और एक बाघिन हैं. बाघ को एमटी-5 पर नवम्बर 2022 को ले जाया गया था, जबकि बाघिन को एमटी-2301 पर अप्रैल 2023 में लाया गया था.
इसके बावजूद, दोनों का आमना-सामना अभी तक नहीं हुआ है, जिसके कारण मुकुंदरा अभी तक आबाद नहीं हो सका है. वहीं, रामगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या दो से छह हो गई है. वहीं एनटीसीए ने अभेड़ा बायोलॉजिकल पार्क में 15 महीने से रह रहे शावकों को रिहा करने की मंजूरी दे दी है. शावकों को 4 जून के बाद ही रिहा किया जाएगा, क्योंकि वर्तमान में चुनाव आचार संहिता लागू है. बाधिन की मौत के बाद, उसके दो शावकों को रणथंभौर से अभेड़ा में लाया गया था, जो अब ढाई साल से अधिक की उम्र में हैं.
मुकुंदरा टाइगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ाने के लिए प्रयास किया जा रहा है. इसमें एक बाघिन और दो बाघों को इस रिजर्व में प्रवेश कराने की योजना है. इसके लिए पहले से ही अनुमति है. इससे रिजर्व में बाघों की संख्या में वृद्धि होगी.
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