Rajasthan News: राजस्थान स्टेट हाईवे डेवलपमेंट कार्यक्रम के तहत प्राथमिकता के आधार पर 30 ब्लैकस्पॉट में सुधार का काम किया जा रहा है। जिसमें पुलिस विभाग, फील्ड विजिट और अन्य स्रोतों से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर शीघ्र ही प्रदेश की सड़कों को ब्लैकस्पॉट रहित बनाया जायेगा। बता दें कि यह कार्य राज्य में वर्ल्ड बैंक की सहायता से किया जा रहा है।

सार्वजनिक निर्माण विभाग की प्रदेश की सड़कों को दुर्घटना रहित करने हेतु ब्लैकस्पॉट्स के सुधार के लिए बुधवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, यातायात विजय कुमार सिंह, अतिरिक्त सचिव और मुख्य अभियंता सानिवि संजीव माथुर और मुख्य अभियंता एनएच डी.आर. मेघवाल, ज्वाइंट कमिश्नर परिवहन एवं नोडल ऑफिसर राजस्थान रोड सेफ्टी सेल निधि सिंह और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहें।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, यातायात विजय कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत राज्य की सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए अति गंभीर है इसलिए राज्य के सभी संबंधित अधिकारियों का अहम कर्तव्य है कि सुरक्षित सड़कों का निर्माण सुनिश्चित हो। उन्होंने कार्यशाला में आए अधिकारियों और अभियंताओं को कहा कि राज्य की सड़कों पर अवैध डिवाइडर एवं पार्किंग और सड़कों पर पशुओं के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए विशेष प्रयासों की जरूरत है।

इस दौरान अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस, यातायात ने कहा कि सड़कों पर स्पीड लिमिट के बोर्ड उचित स्थानों पर लगाए जाए जो वाहन चालकों को स्पष्ट रूप से दिखाई दे। उन्होंने कहा कि यातायात पुलिस भी आधुनिक इंटरसेप्टर वाहनों के जरिए स्पीड लिमिट के उल्लघंन पर जुर्माना भी लिया जा रहा है। जिससे इन मामलों में कमी आ रही है।

मुख्य अभियंता एनएच डी.आर. मेघवाल ने कहा कि विभाग राज्य की सड़कों को दुर्घटना मुक्त करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। राज्य में ब्लैकस्पोट चिन्हित कर उनमें सुधार के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे है जिससे दुर्घटनाओं में कमी आ सके।

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