Rajasthan News: जयपुर के दुर्गापुरा स्थित कृषि अनुसंधान केंद्र में मंगलवार को राज्य स्तरीय बीज बैंक प्रशिक्षण कार्यशाला और बीज बैंक का उद्घाटन हुआ। इस अवसर पर पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने पृथ्वी दिवस पर जनमानस को पर्यावरण संरक्षण और पारंपरिक खेती की ओर लौटने का संदेश दिया।

मंत्री दिलावर ने कहा, “हम भारत माता कहते हैं, लेकिन उसी धरती की मिट्टी, हवा और पानी को विषैला बना चुके हैं। फिर भी अपेक्षा करते हैं कि हम और हमारे बच्चे स्वस्थ रहें – यह कैसे संभव है?” उन्होंने सभी से ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करने और ‘हरियालो राजस्थान पार्ट-2’ में सक्रिय भागीदारी की अपील की।

देशी बीजों से टिकाऊ खेती की ओर

कार्यशाला में मंत्री ने स्थानीय पारंपरिक बीजों के संरक्षण और रासायनिक खेती से होने वाले नुकसान पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन की चुनौती से निपटने के लिए देशी बीजों का उपयोग और संरक्षण ही समाधान है।

उन्होंने कृषि वैज्ञानिकों और अधिकारियों से आग्रह किया कि वे किसानों को नई कृषि तकनीकों से जोड़ें और प्रशिक्षण के माध्यम से आत्मनिर्भर बनाएं।

150 बीज बैंक खोलने की योजना

मंत्री दिलावर ने बताया कि राज्य सरकार की 2024-25 बजट घोषणा के तहत प्रदेश में 150 बीज बैंक स्थापित किए जा रहे हैं। आज उद्घाटन के साथ इस पहल की औपचारिक शुरुआत हो चुकी है। उन्होंने कहा, “यह बीज बैंक न सिर्फ फसल उत्पादन को बढ़ाएंगे, बल्कि पशुओं के लिए सालभर चारा उपलब्ध कराएंगे, जिससे विशेषकर मरुस्थलीय इलाकों में पलायन पर रोक लगेगी।”

प्रदर्शनियों में दिखा किसानों का नवाचार

कार्यशाला के दौरान आयोजित बीज बैंक प्रदर्शनी में प्रदेश भर से आए महिला स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण किसानों ने देसी बीजों से तैयार जैविक खेती के मॉडल प्रस्तुत किए। मंत्री दिलावर ने हर स्टॉल पर जाकर किसानों से बातचीत की और बीज को खेती की पहली और सबसे अहम कड़ी बताया।

नवाचार और प्रयासों को मिला सम्मान

कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने कृषि क्षेत्र में नवाचार करने वाले किसानों और संगठनों को प्रशस्ति पत्र और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य सिर्फ उत्पादन तक सीमित नहीं है, बल्कि किसानों की आय बढ़ाना और खेती को लाभकारी बनाना भी प्राथमिकता है।

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