Rajasthan News: राज्य पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ ने कार्यवाही को अंजाम देते हुए पीबीआई दल ने सीकर रोड, जयपुर स्थित एक निजी सोनोग्राफी सेंटर पर महिला दलाल कोटा निवासी हेमलता उर्फ हेमा को फर्जी तरीके से भ्रूण लिंग परीक्षण के नाम पर ठगी एवं उत्प्रेरण करने पर पीबीआई टीम ने गिरफ्तार कर लिया गया है।

अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शुभ्रा सिंह ने पीबीआई टीम को सफल डिकॉय कार्यवाही करने के लिए शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही प्रदेश में भ्रूण लिंग परीक्षण को रोकने के लिए सभी सोनोग्राफी सेंटर्स की नियमित निरीक्षण एवं डिकॉय कार्यवाही निरंतर रखने के भी निर्देश प्रदान किए हैं।

राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं मिशन निदेशक एऩएचएम ने बताया कि मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि जयपुर के आसपास के क्षेत्रों में भ्रूण लिंग परीक्षण का कार्य योजनाबद्ध तरीके से किया जा रहा है। सूचना की पुष्टिकरण के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पीसीपीएनडीटी के.के. अवस्थी के नेतृत्व में डिकॉय टीम का गठन किया गया।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि डिकॉय दल ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एक महिला दलाल से सम्पर्क किया। दलाल ने कुल 70 हजार रुपए की राशि में भ्रूण लिंग परीक्षण करवाने की बात कही और दलाल के कहने पर योजना अनुसार डिकॉय गर्भवती ने 20 हजार रुपए फोन-पे एप के माध्यम से ऑनलाईन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद दलाल ने डिकॉय़ गर्भवती महिला को सबसे पहले गुरुवार को अपने रॉयल सिटी कालवाड रोड स्थित निजी संस्कार हैल्थ होम केयर पर बुलाया। इसके बाद अगले दिन शुक्रवार को दोपहर को अपने सेंटर पर बुलाया।

इसके बाद डिकॉय दल के वाहन में ही सवार होकर सीकर रोड स्थित एक निजी सोनोग्राफी सेंटर पर पहुंची। जहां पर स्वयं के हस्ताक्षरित रोगी पर्ची बनाकर गर्भवती महिला की सामान्य सोनोग्राफी करवायी। सोनोग्राफी करवाते समय रेडियोल़ॉजिस्ट ने दलाल महिला के आचार व्यवहार के संदेह होने पर बाहर निकाल दिया। इस दौरान टीम ने दलाल को भ्रूण लिंग परीक्षण करवाने के लिए उत्प्रेरित करने एवं ठगी करने के मामले में गिरफ्तार कर लिया। महिला दलाल खुद को पेशेंट के लिए होम केयर संचालक बताती है। दलाल के पास स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी प्रकार की कोई डिग्री नहीं मिली।

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