Rajasthan News: राजस्थान पुलिस की विशेष शाखा में तैनात उप निरीक्षक मनीष कुमार मीना को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. यह कार्रवाई आईजी इंटेलिजेंस डॉ. विष्णु कान्त ने शुक्रवार को की. मनीष मीना पर ड्यूटी से स्वैच्छिक अनुपस्थितिऔर उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट बिठाकर परीक्षा पास करने के गंभीर आरोप थे. वह जैसलमेर की नाचना पोस्ट में सीआईडी बॉर्डर इंटेलिजेंस में तैनात थे और वर्तमान में उनका मुख्यालय सीआईडी (विशेष शाखा), जयपुर में था.

1 अप्रैल 2024 से ड्यूटी से गायब

आईजी डॉ. विष्णु कान्त के अनुसार, मनीष कुमार मीना 1 अप्रैल 2024 से बिना किसी सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित थे. विभाग ने उन्हें कई बार रिकॉल नोटिस भेजकर ड्यूटी पर लौटने को कहा, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. प्राथमिक जांच में उनके खिलाफ लगे आरोप सत्य पाए गए. इसके बाद शुरू हुई विभागीय जांच में भी मनीष ने सहयोग नहीं किया और न ही जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थित हुए.

डमी कैंडिडेट मामले में उजागर हुआ घोटाला

मनीष कुमार मीना पर उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा में डमी कैंडिडेट के जरिए अनुचित तरीके से सफलता हासिल करने का भी आरोप था. इस मामले के उजागर होने के बाद उन्हें निलंबित कर विशेष शाखा में पदस्थापित किया गया था. कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया, लेकिन उन्होंने कोई सफाई पेश नहीं की. मनीष दौसा जिले के दुलेतो की ढाणी के मूल निवासी हैं.

16 सीसीए नियम के तहत बर्खास्तगी

विभाग ने मनीष कुमार मीना को राजस्थान सेवा नियमों के तहत 16 सीसीए की प्रक्रिया के अंतर्गत जांच के बाद बर्खास्त किया. आईजी इंटेलिजेंस ने बताया कि यह कार्रवाई अनुशासनहीनता, ड्यूटी से अनुपस्थिति, और विभागीय आदेशों की अवहेलना  के गंभीर आरोपों के आधार पर की गई. मनीष को लिखित और मौखिक रूप से अपनी सफाई देने के पर्याप्त अवसर दिए गए, लेकिन उन्होंने कोई जवाब प्रस्तुत नहीं किया.

विभागीय जांच के दौरान मनीष मीना ने न तो जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थिति दर्ज की और न ही कोई साक्ष्य प्रस्तुत किया. बार-बार बुलाए जाने के बावजूद उनके असहयोग के कारण जांच में आरोप पूरी तरह प्रमाणित पाए गए. इसके बाद 16 सीसीए की प्रक्रिया के तहत उनकी सेवा समाप्ति का आदेश जारी किया गया.