Rajasthan News: हेरिटेज नगर निगम की महापौर मुनेश गुर्जर के निलंबन की प्रक्रिया सोमवार को पूरी हो सकती है। डीएलबी द्वारा जारी नोटिस का जवाब देने का समय समाप्त हो गया है, और अब शहरी विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा ने संकेत दिए हैं कि उनके जवाब के आधार पर सोमवार को कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने स्पष्ट किया कि निलंबन लगभग तय है, और इसके बाद हेरिटेज नगर निगम के लिए कार्यवाहक महापौर नियुक्त किया जाएगा।

नोटिस का जवाब देने का समय खत्म
डीएलबी के उपनिदेशक विनोद पुरोहित ने बुधवार को मुनेश गुर्जर को नोटिस जारी किया था, जिसमें उन्हें तीन दिनों के भीतर अपना पक्ष रखने को कहा गया था। अब जबकि जवाब देने का समय समाप्त हो गया है, मंत्री ने कहा है कि सोमवार को उनके जवाब पर विचार किया जाएगा और इसके बाद उन्हें निलंबित कर दिया जाएगा।
कार्यवाहक महापौर की नियुक्ति
मंत्री खर्रा ने बताया कि एसीबी ने 19 सितंबर को मुनेश गुर्जर को कोर्ट में पेश होने का नोटिस भी दिया है, जिससे न्यायिक कार्रवाई शुरू होगी। निलंबन के बाद निगम की कमान किसी योग्य पार्षद को सौंपी जाएगी, हालांकि अभी यह तय नहीं है कि कार्यवाहक महापौर कौन बनेगा। निलंबन के बाद सभी पार्षदों से विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा।
बीजेपी को मिलेगा मौका?
हेरिटेज नगर निगम में कांग्रेस के 46 पार्षद और 9 निर्दलीय पार्षदों के साथ कांग्रेस का बोर्ड है, जबकि बीजेपी के पास 42 पार्षद और 2 निर्दलीय पार्षद हैं। निलंबन के बाद कुल 99 पार्षद रह जाएंगे, और बोर्ड बनाने के लिए 50 पार्षदों की जरूरत होगी। कांग्रेस के कई पार्षद पहले से ही मुनेश गुर्जर के खिलाफ हैं और बीजेपी के संपर्क में हैं। ऐसे में अगर महापौर पद का चुनाव होता है, तो बीजेपी के लिए जीतने का मौका हो सकता है। चर्चाओं में बीजेपी की कपिला कुमावत, ललिता जायसवाल, कुसुम यादव और बरखा सैनी का नाम भी आ रहा है।
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